AMA SuVahak Scheme Odisha: भुवनेश्वर. वाणिज्य एवं परिवहन विभाग ने नई AMA सुवाहक, आत्मनिर्भर महिला सुवाहक योजना को शुरू करने और इसके सुचारू एवं सफल क्रियान्वयन के लिए समन्वित प्रयास सुनिश्चित करने हेतु एसएलबीसी सदस्य बैंकों के साथ एक बैठक आयोजित की.

बैठक की अध्यक्षता वाणिज्य एवं परिवहन विभाग की प्रमुख सचिव उषा पाढ़ी ने की. परिवहन आयुक्त अमिताभ ठाकुर और प्रमुख सार्वजनिक एवं निजी क्षेत्र के बैंकों के वरिष्ठ प्रतिनिधि बैठक में शामिल हुए.

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AMA SuVahak Scheme Odisha
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पाधी ने कहा कि एएमए सुवाहक एक परिवर्तनकारी, सशक्तिकरण से जुड़ी आजीविका पहल है जिसका उद्देश्य ड्राइविंग पेशे में लैंगिक संतुलन लाना, महिला उद्यमिता को बढ़ावा देना और ओडिशा में सुरक्षित, सम्मानजनक आवागमन सुनिश्चित करना है. उन्होंने बैंकों से महिला लाभार्थियों की सहायता के लिए त्वरित ऋण प्रक्रिया, सरलीकृत दस्तावेज़ीकरण और समर्पित सुविधा डेस्क अपनाने का आग्रह किया.

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ठाकुर ने बताया कि यह योजना चार पहिया वाहन (एलएमवी) खरीदने के लिए ब्याज मुक्त ऋण प्रदान करती है, साथ ही लाइसेंसिंग, संरचित ड्राइविंग प्रशिक्षण और ओडिशा यात्री प्लेटफॉर्म के माध्यम से उद्यमिता के अवसर भी प्रदान करती है. उन्होंने आवेदकों को समय पर शामिल करने के लिए परिवहन विभाग और जिला अधिकारियों से पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया.

बैंकों ने पुरजोर समर्थन व्यक्त किया और लक्ष्य-आधारित ऋण स्वीकृतियों, सरलीकृत मानदंडों और समय पर वितरण और बेहतर पहुँच सुनिश्चित करने के लिए कार्रवाई योग्य कदमों के माध्यम से वित्तपोषण बढ़ाने पर सहमति व्यक्त की.

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इस योजना का उद्देश्य चार वर्षों में 1,100 एएमए सुवाहक तैयार करना है, 2025-26 में 200, 2026-27 में 250, 2027-28 में 300 और 2028-29 में 350. पात्र महिलाओं की आयु 21-40 वर्ष होनी चाहिए, उनकी वार्षिक पारिवारिक आय 3 लाख रुपये से कम होनी चाहिए, और उन्हें ओडिशा के चार ड्राइविंग प्रशिक्षण एवं अनुसंधान संस्थानों (आईडीटीआर) में से किसी एक में प्रशिक्षित होना चाहिए.

सरकार 10% अग्रिम भुगतान प्रदान करेगी, तीन महीने की स्थगन अवधि के दौरान ब्याज का भुगतान करेगी, सीजीटीएमएसई शुल्क वहन करेगी और वार्षिक ब्याज वहन करेगी, साथ ही वाहनों की नियमित उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए सहायता भी प्रदान करेगी.

विभाग ने कहा कि एएमए सुवाहक न केवल महिलाओं के लिए वित्तीय स्वतंत्रता सुनिश्चित करेगा, बल्कि कुशल महिला चालकों का एक नया कैडर भी तैयार करेगा, जो पूरे ओडिशा में सुरक्षित आवागमन और समावेशी आर्थिक विकास में योगदान देगा.

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