मयंक शर्मा, फिरोजाबाद. जनपद की तहसील सदर स्थित उप-निबंधक (रजिस्ट्रार) प्रथम कार्यालय में उस समय एक बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया जब थाना दक्षिण पुलिस टीम ने मृत घोषित किए गए व्यक्ति की संपत्ति का बैनामा कराने पहुंचे संगठित गैंग के 4 सदस्यों को रंगेहाथों पकड़ लिया. रजिस्ट्रार जंग बहादुर शुक्ल की तहरीर पर सभी आरोपियों के खिलाफ थाना दक्षिण में मुकदमा दर्ज किया गया है. आरोपियों पर गैंगस्टर एक्ट के तहत भी कार्रवाई की जाएगी. पुलिस को आशंका है कि यह एक अंतर्राज्यीय जमीन हड़पने वाला रैकेट हो सकता है.

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अपर पुलिस अधीक्षक नगर रवि शंकर प्रसाद ने जानकारी देते हुए बताया कि गिरोह मोहम्मद गंज-हाजीपुरा स्थित एक मकान का बैनामा कराने पहुंचा था. संपत्ति हड़पने के लिए आरोपियों ने नगर निगम का नकली मृत्यु प्रमाण पत्र पेश कर मूल मालिक को मृत दिखाया और इसके अतिरिक्त 2,80,100 रूपये मूल्य का फर्जी ई-स्टाम्प, वारिसान प्रमाण पत्र, फर्जी आधार कार्ड और अन्य कूटरचित दस्तावेजों का प्रयोग किया गया. दस्तावेजों की जांच में गड़बड़ी पकड़े जाने पर रजिस्ट्रार ने तुरंत पुलिस को सूचना दी.

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थाना दक्षिण प्रभारी योगेंद्र पाल सिंह ने बताया कि गालिब नगर निवासी नूर इस्लाम फर्जी दस्तावेजों के सहारे मकान खरीदने की कोशिश कर रहा था. हाजीपुरा निवासी शादमा मृतक की पत्नी बनकर संपत्ति बेचने आई और हाजीपुरा निवासी शाकिब खान मृतक का बेटा बनकर बैनामा कराने पहुंचा. अंबेडकर पार्क सैलई निवासी मोहर सिंह गवाह बनकर फर्जी दस्तावेजों को प्रमाणित करने की कोशिश कर रहा था और जाफराबाद सरहूपुर, शिकोहाबाद निवासी प्रदीप कुमार ने फर्जी गवाह के रूप में दस्तावेजों पर हस्ताक्षर किए. साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि पुलिस बैनामा दस्तावेजों में लिखे चेक नंबरों और बैंक संबंधी विवरणों की भी जांच कर रही है, ताकि पता लगाया जा सके कि कहीं इस फर्जीवाड़े में बैंक कर्मियों या अन्य व्यक्तियों की भूमिका तो नहीं है.