SMBC Increasing Stake in Yes Bank: भारतीय बैंकिंग सेक्टर में एक बार फिर बड़ा उठाव दिखाई दे रहा है. इस बार सुर्खियों के केंद्र में है Yes Bank, और उसके पीछे खड़ा है जापान का दिग्गज वित्तीय समूह SMBC, जिसकी रणनीति बाजार में नई चर्चा पैदा कर रही है. एक हालिया इंटरव्यू में, SMBC के मैनेजिंग एग्जीक्यूटिव ऑफिसर और इंडिया हेड राजीव कन्नन ने संकेत दिए कि कंपनी भारत में अपनी पकड़ को लंबे समय तक टिकाऊ बनाने के लिए अब स्थानीय इकाई स्थापित करने की दिशा में कदम बढ़ा चुकी है.
हालांकि उन्होंने सार्वजनिक रूप से यह स्पष्ट नहीं किया कि क्या SMBC ने RBI को औपचारिक आवेदन भेजा है, लेकिन उनके बयान इतने प्रभावी जरूर थे कि Yes Bank के शेयर तुरंत 2% चढ़कर ₹22.94 पर पहुंच गए. इस बढ़त के पीछे था एक बड़ा भरोसा, SMBC का यह विश्वास कि भारत में उनका कदम सिर्फ निवेश नहीं, बल्कि भविष्य का नियंत्रण स्थापित करने की ओर बढ़ता कदम है.
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SMBC Increasing Stake in Yes Bank
Yes Bank में SMBC की मौजूदगी सिर्फ एक वित्तीय सौदा नहीं, बल्कि एक दीर्घकालिक रणनीतिक विस्तार है. RBI पहले ही विदेशी दिग्गज को 24.99% हिस्सेदारी खरीदने की अनुमति दे चुका है.
कन्नन ने साफ कहा कि अगर आगे खरीद की अनुमति मिली तो SMBC पीछे हटने वालों में नहीं होगा, वह और बड़ी हिस्सेदारी लेने को पूरी तरह तैयार है. इसी हिस्सेदारी के साथ SMBC फिलहाल Yes Bank का सबसे बड़ा शेयरहोल्डर बन चुका है.
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SMBC का ‘बड़ा खेल’: क्यों बना Yes Bank पहला टारगेट?
- SMBC भारत में अपना दीर्घकालिक बैंकिंग मॉडल मजबूत करना चाहता है.
- Yes Bank का वर्तमान आकार और वैल्यूएशन SMBC की रणनीति के अनुकूल बैठता है.
- बैंकिंग सेक्टर में दखल बढ़ाने के लिए यह “राइट साइज्ड” एंट्री मानी गई.
- SMBC की NBFC यूनिट SMFG गृहशक्ति पहले से काम कर रही है, और Yes Bank इसका मजबूत सपोर्ट सिस्टम बन सकता है.
- लक्ष्य: Yes Bank को देश के टॉप-5 लेंडर्स में शामिल करना.
अंदरूनी रणनीति: टकराव नहीं, तालमेल
हालांकि SMBC भारत में MNCs, कॉरपोरेट्स और जापानी कंपनियों की एक बड़ी ग्राहक श्रृंखला को सेवाएं देता है, वहीं गृहशक्ति छोटे शहरों और ग्रामीण क्षेत्रों में NBFC मॉडल पर काम करती है. राजीव कन्नन का दावा है कि दोनों कारोबार एक-दूसरे से नहीं टकराते, बल्कि Yes Bank की मौजूदगी इन्हें और मजबूती देती है.
Yes Bank का खुदरा नेटवर्क, डिजिटल फ्रेमवर्क और बढ़ता बाज़ार पकड़ SMBC के लिए एक ट्रिगर पॉइंट की तरह काम कर रहा है. यही कारण है कि जापानी समूह मानता है कि Yes Bank अगले कुछ वर्षों में उनके भारत मिशन को नई रफ्तार दे सकता है.
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Yes Bank में किसकी कितनी हिस्सेदारी?
ताज़ा शेयरहोल्डिंग पैटर्न के मुताबिक Yes Bank अब पूरी तरह पब्लिक-होल्डेड कंपनी बन गया है, इसमें प्रमोटरों की हिस्सेदारी शून्य है. सबसे ज्यादा हिस्सेदारी पर SMBC पहले से ही कब्जा जमा चुका है.
प्रमुख शेयरहोल्डर्स
- SMBC (Sumitomo Mitsui Banking Corporation) – 24.21%
- SBI (State Bank of India) – 10.78%
- Verventa Holdings – 9.19%
- Mutual Funds (29 फंड) – 2.87%
- Banks (13 बैंक) – 13.71%
- Insurance Companies (14 कंपनियां) – 4.11%
- Foreign Investors – 44.95%
- Retail Investors (2 लाख तक के निवेशक) – 21.82%
इन आंकड़ों से साफ है, Yes Bank अब “मल्टी-ओनरशिप” मॉडल पर चल रहा है, जहां सबसे बड़ा प्रभाव SMBC के पास है, और ये उनके लिए भारत में बैंकिंग क्षेत्र का प्रवेश-द्वार बन चुका है.
क्या Yes Bank में आने वाला है बड़ा बदलाव?
SMBC जिस तरह Yes Bank पर दांव लगा रहा है, इससे संकेत साफ हैं कि आने वाले महीनों में दोनों संस्थानों के बीच गहरा सहयोग देखने को मिलेगा. अगर RBI अगली मंजूरी देता है, तो संभव है कि Yes Bank की शेयरहोल्डिंग संरचना में एक निर्णायक बदलाव आ जाए, और यही बदलाव बैंक को फिर से शीर्ष बैंकों की कतार में पहुंचा सकता है.
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