UN Approves Gaza Peace Plan: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) के गाजा पीस प्लान को यूनाइटेड नेशन (संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद) ने मंजूरी दे दी है। UN सुरक्षा परिषद ने गाजा में ट्रंप की 20-सूत्रीय शांति योजना को मंज़ूरी दे दी है, जिसमें अंतर्राष्ट्रीय सैनिकों की तैनाती शामिल है। 13 देशों ने डोनाल्ड ट्रंप के इस प्लान का समर्थन किया। हालांकि रूस और चीन ने मतदान नहीं किया।

वहीं हमास ने इस प्रस्ताव का विरोध किया है। हमास ने कहा कि यह फिलिस्तीनी अधिकारों को पूरा नहीं करता है। जबकि इजरायल (Israel) के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने फिलिस्तीन के राज्य बनाने के प्रस्ताव को अस्वीकार किया है। उन्होंने कहा कि गाजा की सैन्य शक्ति खत्म करने का काम किया जाएगा।

इस योजना का उद्देश्य गाजा में संघर्षविराम (ceasefire) लागू करना, शहर का पुनर्निर्माण करना और वहां प्रशासन को मजबूत करना है। इसे Board of Peace के जरिए लागू किया जाएगा। यह बोर्ड गाजा के पुनर्निर्माण और आर्थिक स्थिरता का मार्गदर्शन करेगा।

बता दें कि इजरायल और हमास ने पिछले महीने इस योजना के पहले चरणों पर सहमति व्यक्त करते हुए दो साल के युद्ध को रोक दिया था और बंधकों की रिहाई की व्यवस्था की थी। सोमवार के मतदान से, यह ब्लूप्रिंट एक प्रस्ताव से हटकर एक समर्थित अधिदेश (endorsed mandate) बन गया है और अब UNSC की मुहर से यह प्रस्ताव एक ठोस अंतरराष्ट्रीय आदेश में बदल गया है, जिससे ट्रांज़िशनल अथॉरिटी के गठन  का रास्ता और स्पष्ट हो गया है।

ट्रंप ने किया स्वागत

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गाजा में शांति के लिए इसे बड़ी सफलता बताया है। उन्होंने कहा कि यह विश्व कूटनीति में महत्वपूर्ण कदम है और उन्होंने उन देशों की तारीफ की जिन्होंने समर्थन किया। उन्होंने इसे संयुक्त राष्ट्र के इतिहास के सबसे बड़े अनुमोदनों में से एक बताया।

हमास ने किया विरोध
हमास ने सुरक्षा परिषद के इस फैसले का विरोध किया है। हमास ने कहा कि यह प्रस्ताव “फिलिस्तीनियों के अधिकारों और मांगों को पूरा करने में विफल रहता है” और गाजा पर “एक अंतर्राष्ट्रीय न्यास (trusteeship)” थोपने का प्रयास करता है, जिसका फिलिस्तीनी गुट लंबे समय से विरोध करते रहे हैं। हमास ने विशेष रूप से स्थिरीकरण बल को सशस्त्र समूहों को निष्क्रिय करने का निर्देश देने वाले प्रावधानों की तीखी आलोचना की। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक हमास ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय फोर्सेस को गाजा पट्टी के अंदर कार्य और भूमिकाएं सौंपना, जिसमें प्रतिरोध को निरस्त्र करना शामिल है, इसकी तटस्थता को समाप्त करता है और इसे कब्ज़े के पक्ष में संघर्ष का एक पक्ष बना देता है।

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