नई दिल्ली। चुनाव आयोग ने पंजाब के पुलिस महानिदेशक को 25 नवंबर को तलब किया है। यह मामला तरन तारन उपचुनाव के प्रचार के दौरान शिरोमणि अकाली दल के कार्यकर्ताओं के खिलाफ दर्ज 9 एफआईआर से संबंधित हैं।


पंजाब के मुख्य चुनाव अधिकारी ने इन सभी मामलों की समीक्षा रिपोर्ट मांगी थीं, जिसे पुलिस ने 13 नवंबर को पेश कर दिया था। इसी रिपोर्ट के आधार पर चुनाव आयोग ने डीजीपी को बुलाया हैं। एडीजीपी राम सिंह ने तरन तारन, बटाला, मोगा और अमृतसर में उपचुनाव प्रचार के दौरान दर्ज पुलिस मामलों की समीक्षा की थी।

चुनाव आयोग ने इस रिपोर्ट के लिए 36 घंटे का समय दिया था, लेकिन बाद में पंजाब पुलिस ने एक दिन की मोहलत ले ली थीं।
मुख्य चुनाव अधिकारी को सौंपी गई यह समीक्षा रिपोर्ट गुप्त होने के कारण इसके तथ्य सार्वजनिक नहीं हो सके हैं। बता दें कि तरन तारन उपचुनाव में तैनात चुनाव पर्यवेक्षक शायनी की रिपोर्ट के आधार पर चुनाव आयोग ने 8 नवंबर को तरन तारन की एसएसपी रवजोत कौर ग्रेवाल को निलंबित कर दिया था।

शिरोमणि अकाली दल ने चुनाव आयोग के समक्ष शिकायत दर्ज कराई थी कि पुलिस अकाली कार्यकर्ताओं के खिलाफ झूठे मामले दर्ज कर रही हैं।