प्रमोद कुमार/कैमूर। मोहनिया थाना क्षेत्र के बैरेज गांव में एक 13 वर्षीय किशोर की गुमशुदगी ने पूरे परिवार को रातभर बेचैन रखा। वार्ड नंबर 4 निवासी अशोक कुमार राम का बेटा आलोक राज, छोटे भाई से हुए मामूली झगड़े के बाद इतना डर गया कि घर लौटने की हिम्मत ही नहीं कर पाया। परिवार की नाराज़गी के डर से वह बिना बताए ही घर से चुपचाप निकल गया। रात होते ही जब आलोक घर नहीं लौटा तो परिवार में चिंता बढ़ने लगी। आसपास खोजबीन की गई रिश्तेदारों से पूछताछ हुई लेकिन उसका कोई पता नहीं चला। आखिरकार परिजनों ने मोहनिया थाना पहुंचकर पुलिस से मदद मांगी। बच्चे का गायब होना माता-पिता के लिए किसी भयावह सपने से कम नहीं था।

सीसीटीवी फुटेज बना सुराग, पुलिस ने तेज की तलाश

अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी प्रदीप कुमार ने बताया कि शिकायत मिलते ही थाने की टीम तुरंत हरकत में आई। इलाके के सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए जिनमें आलोक कहीं-कहीं नजर आया। बस यही एक सुराग पुलिस के लिए उम्मीद बन गया। सीसीटीवी की मदद और स्थानीय लोगों के सहयोग से पुलिस ने खोज अभियान तेज किया।

मोहनिया रेलवे स्टेशन से सकुशल बरामद

काफी तलाश के बाद पुलिस टीम ने आलोक को मोहनिया रेलवे स्टेशन पर अकेले बैठे हुए पाया। वह भयभीत था लेकिन सुरक्षित था। पुलिस ने उसे अपने साथ लिया और परिजनों को सूचना दी। बेटे को सकुशल देखकर परिवार की आंखों से राहत के आँसू निकल पड़े। पुलिस ने संदर्भ देते हुए माता-पिता से अपील की कि बच्चों के बीच होने वाले छोटे विवादों को गंभीरता से समझें और धैर्य से काम लें, ताकि ऐसी घटनाएँ दोबारा न हों।