Commonwealth Games 2030: भारत ने आज खेल इतिहास में एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। साल 2030 में आयोजित होने वाले कॉमनवेल्थ गेम्स की मेजबानी की औपचारिक मंजूरी भारत को मिल गई है. आज कॉमनवेल्थ स्पोर्ट्स फेडरेशन ने आधिकारिक तौर पर घोषणा की कि अहमदाबाद 2030 कॉमनवेल्थ गेम्स की मेजबानी करेगा। यह संस्करण खास होगा, क्योंकि 2030 कॉमनवेल्थ गेम्स इस प्रतिष्ठित खेल आयोजन के 100 वर्ष पूरे होने का प्रतीक हैं।

बता दें कि स्काटलैंड के ग्लासगो शहर में आयोजित कॉमनवेल्थ स्पोर्ट जनरल असेंबली में 74 सदस्य देशों और टेरिटरीज़ के प्रतिनिधियों ने भारत की मेजबानी पर अपनी मुहर लगा दी। इस निर्णय के बाद अब कॉमनवेल्थ गेम्स के इस ऐतिहासिक संस्करण की मेजबानी भी करेगा।
भारत के विज़न ने जीता दिल

अहमदाबाद की मेजबानी की बोली पर चर्चा के दौरान भारत ने एक दमदार और आधुनिक विज़न पेश किया। गेम्स का पूरा आयोजन अहमदाबाद शहर को केंद्र में रखकर किया जाएगा। भारत का लक्ष्य है कि ग्लासगो 2026 में रखी गई रूपरेखा को आगे बढ़ाते हुए 2030 के इस शताब्दी संस्करण को एक ऐसी पहचान दी जाए, जो “न्यू एज इंडिया” की ऊर्जा और संस्कृति को दुनिया के सामने रख सके।
गरबा और ढोल की धुन पर जश्न
अहमदाबाद को होस्ट घोषित किए जाने के तुरंत बाद असेंबली हॉल जश्न के रंग में रंग गया। 20 गरबा डांसर और 30 ढोल वादक पारंपरिक गुजराती अंदाज़ में समारोह स्थल पर पहुंचे और अपने प्रदर्शन से पूरा माहौल उत्सव में बदल दिया। यह प्रस्तुति सिर्फ सांस्कृतिक झलक नहीं थी, बल्कि भारत की उस विरासत और विविधता का परिचय थी, जिसे एथलीट और दर्शक 2030 के आयोजन में महसूस करेंगे।
इस विशेष प्रदर्शन में ग्लासगो की भारतीय समुदाय के सदस्य भी शामिल हुए, जो कॉमनवेल्थ के भीतर “डाइवर्सिटी में यूनिटी” का संदेश भी देता है।
कौन-कौन से खेल होंगे अहमदाबाद में
कॉमनवेल्थ स्पोर्ट्स ने अहमदाबाद 2030 के लिए प्रारंभिक खेल सूची भी साझा की है। चयन प्रक्रिया आगे बढ़ने के साथ और भी खेल जोड़े जाएंगे। खेलों का आयोजन अत्याधुनिक स्पोर्ट्स इन्फ्रास्ट्रक्चर, ट्रैफिक और ट्रांसपोर्ट मैनेजमेंट, और गुजरात के नए विकसित स्पोर्ट्स सिटी ज़ोन में किया जाएगा।
भारत ने 2010 में की थी राष्ट्रमंडल खेलों की मेजबानी

भारत ने वर्ष 2010 में 19वें राष्ट्रमंडल खेलों का सफलतापूर्वक आयोजन किया था। यह प्रतिष्ठित वैश्विक खेल महाकुंभ देश की राजधानी नई दिल्ली में आयोजित हुआ था। घरेलू मैदान पर खेलते हुए भारतीय दल ने शानदार प्रदर्शन करते हुए कुल 101 पदक अपने नाम किए थे, जिनमें 38 स्वर्ण पदक शामिल थे। पदक तालिका में भारत केवल ऑस्ट्रेलिया से पीछे रहा और दूसरे स्थान पर रहा था। एशिया में भारत के अलावा अब तक केवल मलेशिया ही एकमात्र ऐसा देश है जिसने कॉमनवेल्थ गेम्स की मेजबानी की है।
भारत के लिए गौरव का पल
यह घोषणा भारत के लिए एक बड़े गौरव और वैश्विक पहचान का अवसर है। 2010 दिल्ली कॉमनवेल्थ गेम्स के बाद यह दूसरी बार है जब भारत इस प्रतिष्ठित आयोजन की मेजबानी करेगा—लेकिन इस बार पैमाना बड़ा है और अवसर भी खास।
2030 का संस्करण भारत के लिए सिर्फ खेल आयोजन नहीं, बल्कि देश की सांस्कृतिक, सामाजिक और तकनीकी प्रगति का वैश्विक प्रदर्शन होगा। अहमदाबाद अब विश्व खेल मानचित्र पर एक चमकते सितारे की तरह उभरने के लिए तैयार है।
Lalluram.Com के व्हाट्सएप चैनल को Follow करना न भूलें.
https://whatsapp.com/channel/0029Va9ikmL6RGJ8hkYEFC2H

