भागलपुर। शहर के रंगरा थाना क्षेत्र का भवानीपुर गांव गुरुवार सुबह चीखों और अफरा-तफरी से गूंज उठा। रोज की तरह मछली बेचने निकले इस्माइलपुर के मुस्लिम टोला लक्ष्मीपुर निवासी मो. शकील अली और उनके साथ चल रहे दिलीप यादव को शायद अंदाज़ा भी नहीं था कि यह उनकी आखिरी सुबह होगी। काली मंदिर के पास तेज रफ्तार से आ रही कार ने दोनों को इतनी जोरदार टक्कर मारी कि मौके पर ही उनकी जान चली गई। स्थानीय लोगों के मुताबिक कार चालक नशे में था और हादसे के बाद वहां से भागने की कोशिश कर रहा था।

गुस्से में उबला गांव, सड़क पर शव रख किया प्रदर्शन

हादसे के बाद देख रहे ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा। लोग जुटते गए और देखते ही देखते सड़क जाम हो गई। परिजन भी चीखते-चिल्लाते घटनास्थल पर पहुंचे। बताया जा रहा है कि कार ऋतिक पोद्दार की है, और उसे चलाने वाला युवक नशे की हालत में था। आक्रोशित भीड़ ने अस्पताल में रखे शवों को बाहर निकालकर सड़क पर रख दिया और पुलिस प्रशासन के खिलाफ जोरदार नारेबाजी शुरू कर दी। भीड़ इतनी उग्र हो चुकी थी कि कार को आग के हवाले करने की बात तक उठने लगी।

पुलिस पर लापरवाही का आरोप

स्थानीय लोगों का आरोप है कि हादसा सुबह 7 बजे हुआ, लेकिन सूचना देने के बावजूद तीन घंटे तक पुलिस मौके पर नहीं पहुंची। उधर, देर से पहुंचने पर सवाल पूछे जाने पर थानाध्यक्ष विश्वबंधु कुमार ने सफाई दी कि सूचना मिलते ही चौकीदार को भेज दिया गया था और वह ट्रैफिक व्यवस्था में व्यस्त थे। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।