वीरेंद्र कुमार/नालंदा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिले नालंदा में पूर्ण शराबबंदी का दावा एक बार फिर सवालों के घेरे में है। पावापुरी थाना क्षेत्र के साईडीह गांव से एक ऐसा वीडियो सामने आया जिसमें कुछ युवक खुले आसमान के नीचे बेधड़क शराब पार्टी करते दिख रहे हैं। शराबबंदी वाले राज्य में इस तरह से नशे करने वाले वायरल वीडियो ने पुलिस प्रशासन को खुली चुनौती दी है।

नहीं है कानून का डर

स्थानीय लोगों का कहना है कि यह पहली बार नहीं है जब ऐसे दृश्य देखे गए हों। गांव की वृद्ध महिलाएं और किसान बताते हैं कि शाम के बाद इलाके की सड़कों पर अजीब तरह की हलचल रहती है।एक ग्रामीण ने कहा हम शिकायत करते हैं, लेकिन कार्रवाई कभी समय पर नहीं होती। यही वजह है कि ऐसे लोग बेखौफ होते जा रहे हैं।

युवक बताए जा रहे साइबर ठग

सूत्र बताते हैं कि वीडियो में नजर आ रहे युवक साइबर ठगी से जुड़े गैंग के सदस्य हैं। दावा है कि जीरोहा इलाके में ये युवक फर्जी कॉल और ऑनलाइन फ्रॉड के जरिए मोटी कमाई करते हैं और उसके बाद इस तरह की शराब पार्टियों में पैसे उड़ाते हैं। ग्रामीणों को डर है कि ऐसे गैंग इलाके में असुरक्षा बढ़ा सकते हैं।

पुलिस जांच में जुटी

पावापुरी थानाध्यक्ष गौरव कुमार ने बताया कि वीडियो की जांच शुरू कर दी गई है। युवकों की पहचान होते ही शराबबंदी कानून के तहत कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही साइबर ठगी के एंगल की भी जांच होगी। पुलिस का कहना है कि मोबाइल फोन बरामद हुए तो कई बड़े साइबर अपराधों के खुलासे की संभावना है।

कड़ी कार्रवाई हो, तभी बदलेगी तस्वीर

लगातार छापेमारी के बावजूद ग्रामीण चाहते हैं कि स्थायी समाधान निकले। उनका कहना है कि शराबबंदी तभी सफल होगी जब ऐसे गैंग और सप्लाई नेटवर्क पर एक साथ बड़ी कार्रवाई हो।