केशव साहू, कसडोल. विकासखंड के ग्राम कुशभांठा में हैलोजेन की तेज लाइट से ग्रामीणों की आंखों में जलन की शिकायत मिली थी. मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव पहुंची. टीम ने स्कूल में शिविर लगाकर 120 लोगों की आखों का इलाज़ किया. स्वास्थ्य विभाग के नेत्र विशेषज्ञ डॉ राजेश अवस्थी के नेतृत्व में प्राथमिक स्कूल में शिविर आयोजित की गई. इसमें 120 लोगों की आखों का जांच किया गया. मरीजों को जरूरी दवाइयां दी गई है. जांच में 10 मरीज गंभीर मिले.
गौरतलब है कि गांव में सोमवार को रामायण उत्सव का कार्यक्रम था, जिसमें भारी तीव्रता के हैलोजेन लाइट इस्तेमाल किए थे. लोगों की आखों से सीधे टकराने से आंखों में जलन, झुंझलाहट और लालिमा की सामूहिक शिकायत जिला प्रशासन को प्राप्त हुई. शिकायत के बाद कलेक्टर कार्तिकेय गोयल ने एक साथ बड़ी संख्या में गांव के लोगों की आंखों में परेशानी की सूचना को गंभीरता से लिया और नेत्र विशेषज्ञ डॉ राजेश अवस्थी के नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग की टीम रवाना की.
टीम में एमबीबीएस डॉक्टर सुश्री चौहान, दो नेत्र सहायक उद्धव पटेल एवं रामप्रसाद रात्रे सहित दो एएनएम और सुपरवाइजर शामिल हैं. टीम ने गांव पहुंचकर मोर्चा संभाल लिया. मुनादी कराकर सभी मरीजों को गांव के स्कूल में बुलाया गया और शिविर लगाकर उनके आखों का परीक्षण किया गया और जरूरी दवाइयां दी गई.
सीएमएचओ डॉ खेमराज सोनवानी ने बताया कि यदि कोई उत्सव अथवा आयोजन में हैलोजेन बल्ब का उपयोग किया जाता है, तो लोगों को सावधानी बरतना चाहिए. बल्ब से दूरी बनाए रखें. तेज लाइट को सीधे न देखें और बीच-बीच में आंख बंद कर लें. इसके बावजूद यदि आंख में कोई जलन, धुंधलापन अथवा लालिमा की दिक्कत हो तो नज़दीक डॉक्टर को जरूर दिखाए, स्वयं होकर आखों में कोई दवाई ना डालें. उन्होंने घटिया स्तर के तेज रोशनी वाले बल्बों का इस्तेमाल नहीं करने सलाह दी है.