पटना। बिहार की राजनीति में एक बार फिर बयानबाजी तेज हो गई है। केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि तेजस्वी का हालिया रवैया बताता है कि वे अपनी जिम्मेदारियों को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। मांझी ने कहा कि विधानसभा सत्र का महत्व समझना हर जनप्रतिनिधि का कर्तव्य है लेकिन नेता प्रतिपक्ष इस जिम्मेदारी से दूर भागते दिख रहे हैं।

गैरजिम्मेदार करार दिया

मांझी ने कहा बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष गैरजिम्मेदार आदमी हैं। उन्हें विधानसभा सत्र का महत्व समझना चाहिए था। उन्होंने आरोप लगाया कि जनता के मुद्दों को उठाने के बजाय तेजस्वी लगातार सत्र से दूरी बनाए हुए हैं जिससे विपक्ष की भूमिका प्रभावित हो रही है।

चुनाव परिणामों की चोट का असर?

केंद्रीय मंत्री ने दावा किया कि हाल के बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजों से तेजस्वी यादव अभी भी उबर नहीं पाए हैं। उन्होंने कहा कि हार से लज्जित होने के कारण नेता प्रतिपक्ष कुछ दिनों से विधानसभा से दूरी बनाए हुए हैं। मांझी के अनुसार एक जिम्मेदार नेता को हार-जीत से ऊपर उठकर जनता की आवाज बनना चाहिए लेकिन तेजस्वी ऐसा करने में विफल रहे हैं। इस बयान के बाद राज्य का राजनीतिक माहौल और गरमाने की संभावना है। पहले से ही विपक्ष की गैरहाजिरी को लेकर चर्चाएं तेज हैं और मांझी के इस बयान ने विवाद को और हवा दे दी है। आने वाले दिनों में इस मुद्दे पर सत्ता और विपक्ष के बीच तकरार बढ़ सकती है।