रायपुर। छत्तीसगढ़ का नया नगरीय मॉडल नवा रायपुर अटल नगर आज न केवल एक प्रशासनिक राजधानी है, बल्कि निवेश, उद्यम, तकनीकी विकास और हरित जीवनशैली का भविष्य गढ़ रहा है। यह वह शहर है] जहाँ विकास केवल योजनाओं में नहीं, बल्कि धरातल पर दिखाई देने लगा है। यहां की सड़कें किसी बड़े महानगर की तर्ज पर चौड़ी है और जहां आने वाली पीढ़ियां एक स्मार्ट, सुरक्षित और सुसंगठित नगरीय जीवन का अनुभव करेंगी।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में नवा रायपुर एक ऐसे मॉडल के रूप में उभर रहा है, जो आने वाले वर्षों में मध्य भारत का सबसे बड़ा आईटी हब, डेटा सेंटर राजधानी, एआई इनोवेशन ज़ोन, फिल्म एवं पर्यटन उद्योग का नया केंद्र और विश्वस्तरीय आवासीय शहर बनने की क्षमता रखता है। सरकार की पारदर्शी नीतियां, निवेश-अनुकूल वातावरण, तकनीकी सुविधाएं और व्यापक अधोसंरचना नवा रायपुर को देश-विदेश के निवेशकों की प्राथमिक पसंद बना रही है। हाल के वर्षों में जिस तेजी से यहां बड़े निवेश आ रहे हैं, वह बताता है कि नवा रायपुर अब केवल एक राजधानी नहीं, बल्कि छत्तीसगढ़ की आर्थिक प्रगति का इंजन भी बन चुका है।

नवा रायपुर: मुख्यमंत्री के सपनों को कर रहा साकार

पुराने रायपुर पर बढ़ती जनसंख्या, यातायात दवाब और प्रशासनिक विस्तार की सीमाएँ 2000 के बाद स्पष्ट होने लगीं थी।मगर छत्तीसगढ़ की साय सरकार ने भविष्य की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए एक ऐसे शहर की परिकल्पना की जो आने वाली 50–60 वर्षों तक राज्य की आधुनिकीकरण यात्रा का नेतृत्व कर सके। और अस्तित्व में आया नवा रायपुर अटल नगर का—एक ऐसा शहर जिसे ‘वर्क-लिव-प्ले’ मॉडल पर बनाया गया है, जहाँ रोजगार, आवास, चिकित्सा, शिक्षा और मनोरंजन सब सुलभ हो।यह केवल नया प्रशासनिक केंद्र नहीं, बल्कि स्मार्ट, हरित और हाई-टेक भारत का नया चेहरा है। आज नवा रायपुर अपनी योजनाबद्धता, स्वच्छता, हरित क्षेत्र, झीलों, साइकिल ट्रैक्स और आधुनिक परिवहन सुविधाओं के चलते देश के कुछ सर्वश्रेष्ठ नियोजित शहरों में गिना जा रहा है।

निवेश की असीम संभावनाएं लेकर उभर रहा नवा रायपुर

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की प्राथमिकताएं स्पष्ट है—नवा रायपुर को छत्तीसगढ़ नहीं, बल्कि पूरे भारत का स्मार्ट आर्थिक केंद्र बनाना। इसी उद्देश्य से पिछले एक वर्ष में अनेक ऐतिहासिक शुरुआत की गई हैं। मई 2025 में RackBank Data Centers और राज्य सरकार ने मिलकर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग, हाई-डेंसिटी कम्प्यूटिंग,वैश्विक टेक कंपनियों को आकर्षित करने के लिए 1,000 करोड़ रुपए के निवेश पर कुल 6 एकड़ भूमि में 1.5 लाख वर्गफुट के हाई-टेक डेटा सेंटर AI-आधारित SEZ स्थापित करने की घोषणा की।भारत का पहला पूर्णत AI-आधारित SEZ होगा। यह परियोजना नवा रायपुर को Google, Microsoft, OpenAI के लिए भविष्य का केंद्र बनाने की क्षमता रखती है।

राज्य की पहली सेमीकंडक्टर फैब यूनिट से हुई एक नए युग की शुरुआत

अप्रैल 2025 को नवा रायपुर सेक्टर-5 में Polymatech Electronics ने छत्तीसगढ़ की पहली GaN आधारित सेमीकंडक्टर चिप फैक्ट्री की नींव रखी। जिसमें कुल निवेश होगा 1,143 करोड़ रुपए । Gallium Nitride (GaN) तकनीक से 2026 से उत्पादन प्रारंभ होना अपेक्षित है। 5G–6G उपकरण, AI प्रोसेसिंग, रडार सिस्टम, पावर इलेक्ट्रॉनिक्स से लैस यह फैक्ट्री युवाओं के लिए हजारों तकनीकी नौकरियों का नया द्वार खोलेगी और भारत की चिप-निर्माण आत्मनिर्भरता में बड़ा योगदान देगी।

आईटी-आईटीईएस सेक्टर के लिए तेजी से बढ़ती मांग

नवा रायपुर में आईटी उद्योग की प्रगति उल्लेखनीय है। इसके पहले चरण में Square Business Services, Hyderabad, Radical Minds Technologies, New Delhi जैसी कंपनियों ने 90 हजार वर्गफुट क्षेत्र में काम प्रारम्भ करने के लिए आवेदन देए हैं।इनसे लगभग 2,200 नई नौकरियाँ उपलब्ध होंगी।दूसरे चरण में Teleperformance, Gurugram, HRH Next Services, Hyderabad द्वारा लगभग 1.6 लाख वर्गफुट के लिए आवेदन सम्भावित है जिससे 3,800 रोजगार सृजित होंगे। नवा रायपुर अब निश्चित तौर परराज्य के युवाओं के लिए नौकरी का केंद्र (Employment Hub) बनने की दिशा में तेजी से बढ़ रहा है।

शिक्षा के क्षेत्र में देश का उभरता शैक्षणिक शहर- नवा रायपुर

नवा रायपुर में प्रदेश की साय सरकार शिक्षा क्षेत्र को विशेष वरीयता दे रही है। NFSU (National Forensic Sciences University), I-Hub (Innovation & Incubation Hub),मेडिकल विश्वविद्यालय,खेल विश्वविद्यालय की संभावनाएँ, प्राइवेट विश्वविद्यालय और उत्कृष्ट स्कूलों की श्रृंखला। ये सभी नवा रायपुर को मध्य भारत का बड़ा शैक्षणिक केंद्र बना रहे हैं।

स्वास्थ्य सेवा में भी बड़ा अवसर बन रहा है नवा रायपुर

फार्मास्युटिकल सेक्टर, मल्टी-स्पेशियलिटी अस्पताल और हेल्थ-टेक उद्योग यहां निवेश कर रहे हैं।
राजधानी के समीप स्थित होने के कारण नवा रायपुर मेडिकल पर्यटन का नया ठिकाना बन सकता है।

फिल्म सिटी और मनोरंजन—सांस्कृतिक उभार का नया दौर

छत्तीसगढ़ फिल्म इंडस्ट्री के विस्तार के लिए नवा रायपुर में आधुनिक फिल्म सिटी का विकास किया जा रहा है।
इसके लिए यहां शूटिंग सेट, एडिटिंग स्टूडियो, पोस्ट-प्रोडक्शन यूनिट, फिल्म स्कूल जैसी सुविधाएँ बनाई जा रही हैं, जिससे रोजगार और पर्यटन दोनों में उछाल आएगा।

विष्णु देव साय सरकार की नीतियां और निवेश का संरक्षक ढांचा

राज्य में सिंगल-विंडो सिस्टम से निवेशकों को 30 से 45 दिनों के भीतर सभी आवश्यक मंजूरियाँ उपलब्ध कराई जा रही हैं।राज्य सरकार की नई औद्योगिक नीति 2024–29 में विशेष प्रोत्साहनों को शामिल किया गया हैं, जैसे—भूमि आवंटन में सरल प्रक्रियाएँ,कर में रियायतें, MSME और स्टार्ट-अप को विशेष सहायता के अलावा ऊर्जा, इस्पात, आईटी, कपड़ा और ESDM सेक्टर को बढ़ावा दिया जा रहा है। यह नीति विदेशी और घरेलू दोनों निवेशकों के लिए बेहद आकर्षक सिद्ध हो रही है।

सीएम के मार्गदर्शन से मिला नवा रायपुर को ऋण मुक्त शहर का गौरव

वित्तीय अनुशासन और पारदर्शी प्रशासन की बदौलत NRDA वर्ष 2024-25 में पूरी तरह ऋण-मुक्त घोषित किया गया।
इस घोषणा के बाद नई परियोजनाओं पर तेज़ी से कार्य किया जा सकता है। निवेशकों का बढ़ता भरोसा बढ़ेगा और अधोसंरचना पर बिना कर्ज बोझ के विकास सम्भव होगा। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की यह प्राथमिकता है कि नवा रायपुर, विकास की गति और गुणवत्ता दोनों ही दृष्टि में सर्वोच्च हो। इस उत्कृष्टता को बनाए रखने के लिए 2025-26 में 1000 करोड़ रुपये का पूंजीगत व्यय लक्ष्य निर्धारित किया गया है।

नवा रायपुर को लॉजिस्टिक्स हब बनने की दिशा में तेज कदम

नवा रायपुर भारत के दक्षिण-पूर्वी हिस्से का सबसे महत्वपूर्ण लॉजिस्टिक्स हब बना रहा है। अपने बहुत से कारणों से नवा रायपुर का दक्षिण-पूर्वी हिस्सा महावपूर्ण हो गया है जैसे – इसका राजधानी के एयरपोर्ट से निकट होना, 6-लेन हाईवे की उपस्तिथि, इसके साथ भविष्य की रेल कनेक्टिविटी, फास्ट-ट्रैक कस्टम सुविधाएँ और सेक्टर-22 में EMC (Electronic Manufacturing Cluster) का होना। इन्हों ख़ास वजहों से नवा रायपुर ई-कॉमर्स, वेयरहाउसिंग, पैकेजिंग, मैन्युफैक्चरिंग और सप्लाई चेन निवेशकों के लिए अनूठा अवसर बना हुआ हैं।

नवा रायपुर का हरित, स्वच्छ व स्मार्ट जीवनशैली भी निवेशकों को लुभा रहा

राजधानी के नवा रायपुर में आधुनिकता के साथ प्रकृति का संतुलन बना हुआ है। यहाँ के 30 से अधिक बड़े जलाशय, 500 हेक्टेयर ग्रीन एरिया, साइकिल ट्रैक, स्मार्ट ट्रैफिक सिस्टम, भूमिगत केबलिंग और हाई-स्पीड इंटरनेट नागरिकों के लिए ही नही बल्कि निवेशकों के लिए भी यह जीवनशैली एक सुरक्षित और सुव्यवस्थित भविष्य का संकेत है। नवा रायपुर में ऑफिस, आवास, मार्केट, पार्क, चिकित्सा, शिक्षा और मनोरंजन सब कुछ का 5–15 मिनट की दूरी पर उपलब्ध होना भी निवेशकों को लुभाने वाला है। क्योंकि यह मॉडल समय और ऊर्जा की की भरपूर बचत करने वाला है जो जीवन को अधिक संतुलित बनाता है।

नवा रायपुर: नौकरी का भविष्य और युवा शक्ति का केंद्र

आईटी, चिप निर्माण, डेटा सेंटर, शिक्षा, स्वास्थ्य, फिल्म उद्योग और निवेशकों के भरमार ने यह स्पष्ट कर दिया है कि नवा रायपुर आने वाले वर्षों में हजारों युवाओं को नौकरी देने वाला सबसे बड़ा शहर बन जाएगा। इस बात की अब पूरी उम्मीद बनती है कि स्थानीय युवाओं को अब महानगरों की ओर पलायन नहीं करना पड़ेगा।इसके लिए छत्तीसगढ़ की साय सरकार प्रशिक्षण कार्यक्रमों और उद्यमिता योजनाओं के माध्यम से नई पीढ़ी को आर्थिक रूप से सशक्त बना रही है।

नवा रायपुर बन रहा छतीसगढ़ का सुनहरा भविष्य

निवेशों से भरपूर नवा रायपुर अटल नगर केवल एक शहर नहीं बल्कि नई पीढ़ी के भारत का सपना है—जहां तकनीक है,
जहां अवसर है, जहां प्रकृति है,जहां रोजगार है और जहां सुशासन है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में नवा रायपुर आज मजबूत अधोसंरचना, विशाल निवेश, आधुनिक शिक्षा, उत्कृष्ट स्वास्थ्य सेवाओं और रोजगार सृजन के साथ एक वैश्विक शहर बनने की राह पर है।यह शहर आने वाले दशक में न केवल छत्तीसगढ़, बल्कि पूरे देश की आर्थिक और तकनीकी उन्नति का प्रमुख केंद्र बनेगा।