नितिन नामदेव, रायपुर। शराब घोटाले मामले में जेल में कैद पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा को आज ईडी के स्पेशल कोर्ट में पेश किया गया. कोर्ट में पेश किए जाने के दौरान लखमा ने मीडिया से चर्चा में जेल में ठीक नहीं लगने के साथ तबीयत खराब होने का भी हवाला दिया.
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बता दें कि इस साल के शुरुआत में शराब घोटाला मामले में ईडी ने पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा को 15 जनवरी को गिरफ्तार किया था. तब से वे जेल में हैं. हाल ही में ईडी ने कवासी लखमा के खिलाफ चार्जशीट भी पेश किया था. इसी कड़ी में आज कवासी लखमा को ईडी के स्पेशल कोर्ट में सुनवाई के लिए पेश किया गया.
मीडिया से चर्चा में कवासी लखमा ने कहा कि जनवरी में जेल जाने के बाद पहली बार आज बाहर आया हूं. कितने बार बोलने के बाद आज बाहर आया हूं. मुझे हार्ट के साथ-साथ शुगर और आंख की बीमारी है. वहीं विधानसभा की कार्यवाही में शामिल होने के सवाल पर लखमा ने कहा – क्या करें? मैने विधानसभा में बस्तर की बात उठाई थी, इसलिए ही तो जेल में रखा है.
विधानसभा की कार्यवाही में शामिल होने के सवाल पर कवासी लखमा ने कहा कि इस संबंध में मैने राज्यपाल और विधानसभा अध्यक्ष को पत्र लिखा था. राजकुमार कॉलेज में हुए विधानसभा के पहले सत्र में शामिल हुआ था. पुराने विधानसभा के सत्र में शामिल नहीं हो पाने का मुझे अफसोस है. वहीं विधानसभा में बस्तर के मुद्दों को नहीं उठा पाने पर अफसोस जताया.
हर महीने दो करोड़ कमीशन लेने का आरोप
शराब घोटाला की जांच न केवल ईडी बल्कि ईओडब्ल्यू भी कर रही है. आरोप है कि भूपेश बघेल की सरकार के दौरान आबकारी मंत्री रहे कवासी लखमा ने शराब माफियाओं को लाभ पहुंचाने के लिए नियमों को शिथिल किया. इसके साथ ही उन्हें इस सिंडिकेट से हर महीने 2 करोड़ रुपए का कमीशन मिलता था.
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