पटना। बिहार में साइबर अपराध के खिलाफ आर्थिक अपराध इकाई (EOU) की ओर से नवंबर 2025 तक के आंकड़े जारी किए गए हैं। जारी रिपोर्ट के अनुसार, इस वर्ष NCRP पोर्टल पर ऑनलाइन वित्तीय ठगी से जुड़े 1.10 लाख से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं। वहीं सोशल मीडिया और अन्य साइबर अपराधों से संबंधित 24.10 हजार ऑनलाइन शिकायतें प्राप्त हुई हैं।
संदिग्ध खातों को किया होल्ड
EOU की तत्परता से इस वर्ष 106.30 करोड़ रुपये की राशि को संदिग्ध बैंक खातों में होल्ड कराया गया है, जो कुल ठगी की राशि का 21.74 प्रतिशत है। इसके अलावा संबंधित साइबर थानों की मदद से अब तक 7.36 करोड़ रुपये पीड़ितों को रिफंड कराए जा चुके हैं।
1000 अपराधी गिरफ्तार
राज्य के सभी साइबर थानों में वर्ष 2025 में कुल 5624 मामले दर्ज हुए हैं। इन मामलों में संलिप्त 1000 साइबर अपराधियों की गिरफ्तारी की गई है। वहीं 15 दिसंबर 2025 तक 171 साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है।
साइबर स्लेवरी पर विशेष पहल
मार्च 2025 में भारत सरकार के विदेश मंत्रालय के हस्तक्षेप से 13 पीड़ितों जबकि नवंबर 2025 में 16 पीड़ितों को दक्षिण एशियाई देशों से साइबर स्लेवरी से मुक्त कराया गया। इसके लिए गृह मंत्रालय के निर्देशन में साइबर स्लेवरी डेस्क का गठन किया गया है।
प्रशिक्षण और टेक्निकल कार्रवाई
राज्य के सभी जिलों में 46 डीएसपी सहित 440 पुलिस पदाधिकारियों को साइबर अनुसंधान का प्रशिक्षण दिया गया है। साइबर इंटेलिजेंस टीम ने 9252 मोबाइल नंबर और 3840 IMEI नंबर ब्लॉक कराए हैं। साथ ही 356 आपत्तिजनक सोशल मीडिया URLs/User IDs को टेकडाउन किया गया है और 108 एफआईआर दर्ज की गई हैं। राज्य भर से 15 पुलिस पदाधिकारियों का चयन कर उन्हें साइबर कमांडो प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
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