Bangladesh Hindu Youth Mob Lynching: शेख हसीना सरकार गिराने में मुख्य भूमिका निभाने वाले प्रमुख युवा नेता शरीफ उस्मान हादी की हत्या के बाद से बांग्लादेश हिंसा की आग में जल रहा है। उस्मान हादी की हत्या की आड़ में मुस्लिम कट्टरपंथी हिंदुओं को निशाना बना रहे हैं। कट्टरपंथियों ने पिछले दिनों कथित ईशनिंदा के आरोप में हिंदू युवक दीपू चंद्र दास की पीटकर हत्या करने के बाद बीच सड़क पर पेड़ से लटाककर आग लगा दी। हिंदू युवक की हत्या के मामले में पुलिस ने एक्शन लिया है और 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। वहीं अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस (Muhammad Yunus ) ने बयान जारी किया है और कहा कि इस जघन्य अपराध में शामिल किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा।

इधर सिलहट शहर में भारतीय सहायक उच्चायोग कार्यालय और वीजा आवेदन केंद्र पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है, ताकि हादी की मौत के बाद उत्पन्न तनाव का अनुचित रूप से कोई फायदा न उठा सके। सुरक्षा बलों को शनिवार से ही विभिन्न संवेदनशील स्थानों पर लगातार तैनात किया गया है, जिसमें सहायक उच्चायोग कार्यालय, उच्चायोग अधिकारी का निवास तथा वीजा केंद्र शामिल हैं। इससे पहले वहां ‘इंकलाब मंच’ के समर्थकों ने विरोध प्रदर्शन भी किया था।

मोहम्मद यूनुस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर बयान जारी किया और बताया कि गिरफ्तार किए गए 10 लोगों में से सात को रैपिड एक्शन बटालियन (RAB) ने गिरफ्तार किया है, जबकि तीन आरोपियों को पुलिस ने संदिग्ध के रूप में पकड़ा है। उन्होंने कहा कि RAB और पुलिस ने विभिन्न स्थानों पर ऑपरेशन चलाकर इन लोगों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार आरोपियों की उम्र 19 से 46 वर्ष के बीच बताई गई है। वहीं अंतरिम सरकार ने शुक्रवार को इस लिंचिंग की कड़ी निंदा की और कहा कि नए बांग्लादेश में इस तरह की हिंसा के लिए कोई जगह नहीं है। सरकार ने अपने बयान में कहा था कि इस जघन्य अपराध के दोषियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।

ईशनिंदा के आरोप में हिंदू युवक की नृशंस हत्या

मैमनसिंह जिले में 25 वर्षीय हिंदू युवक दीपू चंद्र दास को भीड़ ने ईशनिंदा के आरोप में पीट‑पीटकर मार डाला और मृत शरीर को पेड़ से लटका कर आग के हवाले कर दिया था। पुलिस और रैपिड एक्शन बटालियन (RAB) ने इस मामले में लगभग दस लोगों को गिरफ्तार किया है, जबकि शेष को संदिग्ध के रूप में हिरासत में लिया गया है। इस घटना ने अल्पसंख्यकों की सुरक्षा को लेकर गहरा संकट पैदा कर दिया है। अंतरिम सरकार ने इसकी कड़ी निंदा की है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का भरोसा दिया है।

शरीफ उस्मान हादी की मौत के बाद भड़की हिंसा

बता दें कि बांग्लादेश में प्रमुख युवा नेता शरीफ उस्मान हादी की हत्या के बाद देश का माहौल तेजी से तनावपूर्ण होता जा रहा है। इस घटना ने न सिर्फ राजनीतिक उथल-पुथल को बढ़ाया है, बल्कि सामाजिक और सांप्रदायिक तनाव को भी गहरा कर दिया है। 32 वर्षीय हादी, जो पिछले साल हुए छात्र-नेतृत्व वाले आंदोलन के प्रमुख नेता थे, पर 12 दिसंबर को ढाका के बिजॉयनगर इलाके में चुनाव प्रचार के दौरान नकाबपोश हमलावरों ने सिर में गोली मार दी थी। गंभीर रूप से घायल हादी को इलाज के लिए सिंगापुर ले जाया गया था, जहां 18 दिसंबर को इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।

हादी की मौत के बाद देशभर में गुस्सा फैल गया। राष्ट्रीय और स्थानीय स्तर पर विरोध प्रदर्शन तेज हो गए हैं. कई जगह हिंसक प्रदर्शन भी हुए। इस दौरान कुछ समाचार पत्र कार्यालयों पर हमले किए गए, मीडिया संस्थानों में तोड़फोड़ हुई और सड़कों पर पत्थरबाजी की गई। चटगांव में भारतीय सहायक उच्चायोग के आवास पर भी पथराव की घटना सामने आई। हादी का अंतिम संस्कार भारी सुरक्षा के बीच ढाका विश्वविद्यालय के पास राष्ट्रीय कवि काजी नजरुल इस्लाम के समीप हुआ, जिसमें हजारों लोग शामिल हुए और प्रदर्शनकारियों ने ‘दिल्ली या ढाका-ढाका, ढाका’ और ‘भाई हादी का खून व्यर्थ नहीं जाएगा’ जैसे नारे लगाए।

यह भी पढ़ेंः- ‘एक मूर्ख की वजह से देश इतना नुकसान नहीं झेल सकता…,’ किरेन रिजिजू का राहुल गांधी पर करारा वार, बोले- अब हर बिल पास कराएगी सरकार

Follow the LALLURAM.COM MP channel on WhatsApp
https://whatsapp.com/channel/0029Va6fzuULSmbeNxuA9j0m