Pranab Balabantaray Farmhouse Violence: भुवनेश्वर. बीजद के पूर्व विधायक प्रणब बलवंतराय की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं. जाजपुर जिले के धर्मशाला से पूर्व विधायक प्रणब बलवंतराय को तहसील में पेश होने का नोटिस जारी किया गया है. धर्मशाला तहसील प्रशासन ने गढ़मधुपुर मौजा में जमीन पर कथित कब्जे को लेकर यह नोटिस दिया है. उन्हें खुद या अपने किसी प्रतिनिधि के जरिए तहसील में पेश होने को कहा गया है.
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प्रणब बलवंतराय ने कहा है कि पंतूरी फार्महाउस, जहां 14 तारीख को हिंसा हुई थी, उनका ही है. नोटिस में यह भी कहा गया है कि फार्महाउस के लिए तय सीमा से ज्यादा जमीन पर कब्जा किया गया है.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, पूर्व विधायक प्रणब बलवंतराय के समर्थन में बीजद कार्यकर्ताओं ने धर्मशाला विधायक हिमांशु शेखर साहू की गिरफ्तारी की मांग को लेकर डीजी कैंप ऑफिस के सामने प्रदर्शन किया. यह प्रदर्शन रविवार को धर्मशाला के एक फार्महाउस में दो गुटों के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद किया गया.
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बताया जा रहा है कि यह झड़प उस समय शुरू हुई, जब विधायक साहू के समर्थकों ने बलवंतराय के फार्महाउस में पार्टी मीटिंग में शामिल होने पहुंचे बीजद कार्यकर्ताओं पर हमला कर दिया. इस दौरान महिलाएं भी मौजूद थीं. बीजद ने साहू के 100 से ज्यादा समर्थकों के खिलाफ नोटिस जारी किया है. आरोप है कि उन्होंने एक महिला के साथ गाली-गलौज और बदतमीजी की.
घटना के बाद बलवंतराय और उनके समर्थक हमलावरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग को लेकर पूरी रात धरने पर बैठे रहे. प्रणब बलवंतराय ने कहा, “हमें जिला पुलिस पर भरोसा नहीं है. जब तक आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया जाता, तब तक हमारा धरना जारी रहेगा.”
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वहीं, विधायक साहू के समर्थकों ने जेनापुर पुलिस स्टेशन के सामने धरना दिया और दावा किया कि हिंसा की शुरुआत बलवंतराय के समर्थकों ने की थी.
इस बीच, पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने इस मामले में पुलिस प्रशासन और राज्य सरकार की चुप्पी पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा कि घटना के बाद भी आरोपियों के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है. इस लापरवाही से ओडिशा के लोगों में नाराजगी है और राज्य की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े हो रहे हैं.
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नवीन पटनायक ने बीजेपी की अगुवाई वाली राज्य सरकार की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि सरकार राज्य में कानून व्यवस्था को लेकर गंभीर नहीं है. उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार हिंसा की संस्कृति को बढ़ावा दे रही है. उन्होंने कहा कि ओडिशा के शांतिप्रिय लोग इस तरह की अराजकता और आपराधिक गतिविधियों को कभी स्वीकार नहीं करेंगे.
सरकार से तुरंत दखल देने की मांग करते हुए नवीन पटनायक ने कहा कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए, ताकि लोगों का भरोसा बहाल हो सके. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर उन्होंने लिखा, “धर्मशाला में अराजकता और हिंसा हद पार कर गई है. राज्य में कानून का राज है या गुंडों का राज?”
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