Pratik Chauhan. रायपुर. छत्तीसगढ़ की राजधानी में साइबर ठगों ने एक पढ़े-लिखे उच्च पदस्थ अधिकारी को अपनी जालसाजी का शिकार बनाया है. HPCL (हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड) मंदिर हसौद में कार्यरत मैनेजर से टेलीग्राम के जरिए करीब 34.48 लाख रुपए की ऑनलाइन ठगी का मामला सामने आया है. ठगों ने PUPRIME नामक इन्वेस्टमेंट प्लेटफॉर्म का लालच देकर पीड़ित को किश्तों में निवेश कराया और फिर रकम हड़प ली. (Raipur Cyber Fraud)
दोस्ती से शुरू हुआ ठगी का खेल (Raipur Cyber Fraud)

शिकायत के मुताबिक, सड्डू निवासी वेद प्रकाश बघेल (46), जो एम.टेक मैकेनिकल हैं और मंदिर हसौद स्थित HPCL में मैनेजर के पद पर पदस्थ हैं, के साथ यह धोखाधड़ी हुई. ठगी की शुरुआत 7 अक्टूबर 2025 को हुई, जब टेलीग्राम पर @shrinidii नाम की आईडी से ‘श्री निधि’ नाम की युवती ने उनसे संपर्क किया. धीरे-धीरे बातचीत बढ़ी और आरोपी ने पीड़ित को बेहतर रिटर्न का झांसा देकर PUPRIME नाम के एक इन्वेस्टमेंट प्लेटफॉर्म पर निवेश करने की सलाह दी. (Telegram Investment Scam)
भरोसा जीतने के लिए पहले दिया ‘प्रॉफिट’
मैनेजर ने पहली बार 20 अक्टूबर को 42,500 रुपए का निवेश किया. भरोसा जीतने के लिए ठगों ने उन्हें निवेश की गई राशि पर 89,250 रुपए का प्रॉफिट वापस भी किया. इस मुनाफे के जाल में फंसकर पीड़ित ने 20 अक्टूबर से 27 नवंबर के बीच अलग-अलग किश्तों में कुल 34,48,807 रुपए निवेश कर दिए. ये पैसे पुणे, दिल्ली, भुवनेश्वर और कटनी जैसे शहरों के अलग-अलग बैंक खातों में ट्रांसफर किए गए. (Telegram Investment Scam)
क्रेडिट स्कोर का बहाना बनाकर रोकी रकम
जब पीड़ित ने अपनी मूल रकम और मुनाफा वापस निकालने (Withdrawal) की कोशिश की, तो ठगों ने नया पैंतरा चला. उन्होंने पीड़ित से कहा कि उनका ‘बैंक क्रेडिट स्कोर’ खराब हो गया है, इसलिए पैसा वापस नहीं किया जा सकता. उल्टा, ठगों ने उन पर और अधिक पैसा जमा करने का दबाव बनाना शुरू कर दिया. तब जाकर मैनेजर को अहसास हुआ कि वे एक बड़े साइबर फ्रॉड का शिकार हो चुके हैं.
मंदिर हसौद थाने में FIR दर्ज
पीड़ित की लिखित शिकायत पर मंदिर हसौद पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 318(4) के तहत मामला दर्ज कर लिया है. साइबर सेल की मदद से उन टेलीग्राम आईडी और बैंक खातों की जांच की जा रही है, जिनमें पैसे ट्रांसफर किए गए थे. (Raipur Crime News)


