New Zealand Sikh Procession: न्यूजीलैंड में एक सिख जुलूस (नगर कीर्तन) में शनिवार को कुछ लोगों ने रुकावट डाली और उसका मजाक उड़ाया. न्यूजीलैंडहेराल्ड की एक रिपोर्ट के मुताबिक जिन लोगों ने परेड का सामना किया, उसने ‘हाका’ किया. श्री अकाल तख्त साहिब के एक्टिंग जत्थेदार ज्ञानी कुलदीप सिंह गरगज ने रविवार को एक बयान जारी कर घटना की निंदा की है.वायरल वीडियो में नीली टी-शर्ट पहने लोग ग्रेट साउथ रोड के किनारे खड़े होकर जुलूस के सामने पारंपरिक माओरी ‘हाका’ करते हुए दिखाई दे रहे हैं, जिससे सिख धार्मिक जुलूस आगे बढ़ने से रुक गया।

धार्मिक स्वतंत्रता पर हमला

घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए शिरोमणी अकाली दल (SAD) के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने इसे धार्मिक स्वतंत्रता पर हमला कहा। बादल ने एक्स पर लिखा, ‘कल न्यूजीलैंड के साउथ ऑकलैंड में स्थानीय प्रदर्शनकारियों के शांतिपूर्ण नगर कीर्तन जुलूस में बाधा डालने की कड़ी निंदा करता हूं। नगर कीर्तन एक पवित्र सिख परंपरा है- यह एक आनंदमय धार्मिक जुलूस है जिसमें श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के भजन गाए जाते हैं, जो भक्ति, एकता और पूरी मानवता के साथ आशीर्वाद बांटने को बढ़ावा देता है।’

हिंसा रोकने के लिए एक्टिव दिखी पुलिस

रिपोर्ट्स के मुताबिक, प्रदर्शनकारी पेंटेकोस्टल पादरी ब्रायन तमाकी के फॉलोअर्स थे, जो डेस्टिनी चर्च के प्रमुख हैं। दक्षिणपंथी समूह को लोगों ने इस दौरान “एक सच्चा भगवान” और “जीसस-जीसस” जैसे नारे लगाए। टकराव के दौरान, पुलिसकर्मियों को किसी भी तरह की हिंसा को रोकने के लिए दोनों गुटों के बीच पोजीशन लेते हुए देखा गया।

पादरी ने क्या कहा?

पादरी ब्रायन तमाकी ने बाधा डालने का वीडियो सोशल मीडिया मंच एक्स पर शेयर किया और लिखा, “यह हमारी जमीन है। यह हमारा स्टैंड है। आज, सच्चे देशभक्त साउथ ऑकलैंड में अपनी जगह पर डटे रहे। कोई हिंसा नहीं। कोई दंगे नहीं। बस मेरे युवा लड़के हाका कर रहे थे…आमने-सामने…एक साफ संदेश देने के लिए: NZ को NZ ही रहने दो।”

हाका प्रदर्शन के ऑर्गेनाइजर का क्या कहना है?

सोशल मीडिया पर मामले को एक अलग रूप से भी पेश किया जा रहा है, जिसमें सिख समुदाय पर खालिस्तानी होने का आरोप भी लगाया जा रहा है. कर्क लुबिमोव नाम के एक शख्स ने सोशल साइट एक्स पर एक वीडियो शेयर कर लिखा, “ये खालिस्तानी पैरासाइट हर जगह क्यों हैं? वे कॉकरोच की तरह हर जगह फैल रहे हैं. न्यूजीलैंड में देशभक्तों ने विदेशियों की परेड को अपनी सड़कों पर कब्जा करने से रोका और पीछे नहीं हटे.”

प्रदर्शन के ऑर्गेनाइजर ब्रायन टमकी ने एक के बाद एक कई सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, “ऑकलैंड की सड़कों पर आतंकवादी खालिस्तान के झंडे क्यों लहराए जा रहे हैं? ऑकलैंड में खुलेआम आतंकवादी खालिस्तान के झंडे लहराए गए.” उन्होंने कहा, “साफ कर दें कि, खालिस्तान एक आतंकवादी संगठन है…सिर्फ सिख धर्म नहीं. और भारत के (प्रधानमंत्री) मोदी ने आधिकारिक तौर पर खालिस्तान से जुड़े ग्रुप्स को भारत में आतंकवादी संगठन घोषित किया है.” साथ ही उन्होंने कहा, “न्यूजीलैंड ने कब से विदेशी आतंकवादी आंदोलनों को हमारी सड़कों पर खुलेआम परेड करने की अनुमति दे दी?”

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