अनिल मालवीय, सीहोर। मध्य प्रदेश के सीहोर जिले में अवैध शराब के कारोबार ने अब एक नया रूप ले लिया है। आबकारी विभाग की कथित ‘सुस्ती’ और ‘अनदेखी’ का फायदा उठाकर अवैध शराब कारोबारी जिला मुख्यालय के आसपास सक्रिय हो गए है। आलम यह है कि शहर से सटे सैकड़ाखेड़ी रोड और इंदौर-भोपाल हाईवे स्थित ढाबों पर न केवल धड़ल्ले से शराब परोसी जा रही है, बल्कि यहां जिले की अधिकृत दुकानों की जगह पड़ोसी जिलों शाजापुर और भोपाल की शराब खपाई जा रही है।

हैरानी की बात यह है कि इन ढाबों पर मिलने वाली शराब सीहोर जिले के ठेकों की नहीं होती। सूत्रों की मानें तो अधिक मुनाफे के चक्कर में ढाबा संचालक भोपाल और शाजापुर जैसे पड़ोसी जिलों से अवैध रूप से शराब लाकर यहां खपा रहे हैं। इससे एक तरफ शासन के राजस्व को बड़ा चूना लग रहा है तो दूसरी तरफ जिले के वैध शराब कारोबारियों के व्यापार पर भी असर पड़ रहा है। हाईवे के ढाबे अब सुरक्षित ‘बार’ में तब्दील हो चुके हैं, जहां शाम ढलते जाम टकराने की आवाजें सुनी जा सकती हैं।

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जनता को पता, महकमे को खबर नहीं

विडंबना यह है कि शहर के आम नागरिक से लेकर ढाबे पर रुकने वाले मुसाफिर तक को पता है कि किस ढाबे पर किस ब्रांड की शराब उपलब्ध है। सैकड़ाखेड़ी रोड पर शाम ढलते ही असामाजिक तत्वों का जमावड़ा लगने लगता है। लेकिन जिले का आबकारी अमला इस पूरी सच्चाई से ‘अनजान’ बना बैठा है। विभाग की यह खामोशी अब जनता के बीच चर्चा का विषय बन गई है। लोग सवाल उठा रहे हैं कि क्या यह महज ‘सुस्ती’ है या फिर मिलीभगत का कोई गहरा खेल।

सरकारी सिस्टम की ‘पोल’ खोलती हकीकत

अवैध शराब के इस कारोबार ने सरकारी सिस्टम की पोल खोलकर रख दी है। कायदे से आबकारी विभाग को समय-समय पर ढाबों की सर्चिंग करनी चाहिए, लेकिन यहां महीनों से ऐसी कोई बड़ी कार्रवाई देखने को नहीं मिली है। विभाग की फाइलों में सब कुछ ठीक है, जबकि धरातल पर हाईवे के किनारे अवैध शराब की मंडी सजी हुई है। स्थानीय लोगों का कहना है कि जब आम आदमी को सब कुछ दिखाई देता है तो आबकारी विभाग के वर्दीधारी अधिकारियों की नजरों से यह अवैध कारोबार कैसे बच निकलता है।

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राजस्व को चपत, सुरक्षा को खतरा

बाहरी जिलों की शराब की बिक्री से सीहोर जिले के राजस्व को नुकसान हो रहा है। साथ ही इन ढाबों पर शराब पीकर वाहन चलाने वाले लोग हाईवे पर होने वाली दुर्घटनाओं को भी न्योता दे रहे हैं। इस मामले में जिला आबकारी अधिकारी दीप सिंह राठौड़ ने कहा कि आबकारी विभाग की टीम समय समय पर निरीक्षण करती है। अवैध शराब जब्त कर प्रकरण भी बनाए जाते हैं। वहीं उन्होंने यह भी कहा कि ढाबों पर शराब बेचने वालों पर कार्रवाई की जाएगी।

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