रायपुर. भोजपुरी सिनेमाजगत में अपना जलवा बिखरने के बाद अब दिनेश लाल यादव उर्फ निरहुआ (Dinesh Lal Nirhua) मूल रूप से यूपी में गाजीपुर के टंडवा गांव के रहने वाले हैं. उन्हें बचपन से ही गाने-बजाने का काफी शौक था. भोजपुरी सिनेमा में आने से पहले वह बिरहा गाते थे.
भोजपुरी के इस सुपरस्टार का यहां तक पहुंचने का सफर इतना आसान नहीं था. काफी तकलीफें झेलकर आज वह इस मुकाम तक पहुंचे हैं. कहते हैं कि निरहुआ का बचपन काफी आर्थिक तंगी में गुजरा है. उनके पिता कोलकाता की फैक्ट्री में काम करते थे, जहां उन्हें महज 3500 रुपए मिलता था. इसी कमाई से वह अपने 7 लोगों के परिवार का पेट पालते थे. अर्थिक तंगी के कारण निरहुआ के पिता अपने दोनों बेटों (दिनेश लाल यादव और परवेश लाल यादव) को लेकर कोलकाता चले गए थे और अपनी पत्नी और 3 बेटियों को घर पर छोड़ गए.
कोलकाता में जाने के बाद निरहुआ, उनके पिता और भाई को बहुत ही कठिन दौर से गुजरना पड़ा. पिता और दोनों भाई को कई दिन एक झुग्गी में गुजराने पड़े. साल 1997 में निरहुआ अपने पिता और भाई के साथ वापस आ गए, जिसके बाद उन्होंने अपनी पढ़ाई पर जोर देते हुए गाजीपुर के मलिकापुर कॉलेज से बीकॉम किया.
निरहुआ के पिता चाहते थे कि वह पढ़-लिखकर अच्छी नौकरी हासिल करें, लेकिन निरहुआ का मन कहीं और ही था. निरहुआ अपने चचेरे भाई और मशहूर बिरहा गायक विजय लाल यादव से काफी प्रभावित थे. निरहुआ पढ़ाई खत्म कर बिरहा गाने लगे. एक इंटरव्यू के दौरान उनकी मां ने बताया कि बचपन में निरहुआ को गाने का इतना शौक था कि वह भैंस के पीठ पर घंटों बैठकर गाना गाया करते थे.
बता दें कि भोजपुरी सिनेमा में निरहुआ की जोड़ी आम्रपाली दुबे के साथ हिट मानी जाती है. भोजपुरी इंडस्ट्री में वह निरहुआ के अलावा जुबली स्टार के नाम से भी फेमस हैं. साल 2012 के ‘बिग बॉस 6’ में दिखाई दे चुके हैं.
दिनेश लाल यादव के निरहुआ नाम के पीछे भी दिलचस्प कहानी है. दरअसल, 2004 में उनका खुशबू राज के साथ भोजपुरी अलबम ‘निरहुआ सटल रहे’ आते ही छा गया. अलबम को जबरदस्त कामयाबी मिली और इसी के साथ उन्होंने अपने नाम के आगे निरहुआ जोड़ लिया. इसके बाद तो फिल्मों में निरहुआ सीरीज की झड़ी लग गई.