लक्ष्मीकांत बंसोड़, बालोद। सरकारी व्यवस्था की खामियों का खामियाजा आम लोगों को किस तरह से भुगतना पड़ता है, इसका नजारा बालोद जिले में देखने को मिल रहा है. विभागीय अधिकारियों की लापरवाही से राशन कार्डधारी परिवार के मुखिया या सदस्य को मृत बताकर सैकड़ों राशन कार्ड डाटा से डिलीट कर दिए गए है. मामले में जनप्रतिनिधियों ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द समस्या को नहीं सुलझाया गया तो शासन-प्रशासन के खिलाफ उग्र प्रदर्शन किया जाएगा.
बालोद जिले के आदिवासी वनांचल क्षेत्र डौण्डी विकासखंड के ग्राम पंचायत सिंघनवही, साल्हे सहित कई गांवों के सैकड़ों हितग्राहियों की राशन कार्ड डिलीट होने से मुश्किलें बढ़ गई हैं. हितग्राहियों का कहना है कि उन्हें बार-बार आश्वासन दिया जा रहा है, लेकिन खाद्यान्न नहीं मिल रहा.
हितग्राही दमयंती निषाद कहती हैं कि बीते दो महीने से राशन नहीं मिल रहा है. परिवार में केवल एक सदस्य की मौत हुई है, लेकिन पूरे राशन कार्ड को निरस्त कर दिया है. पहले केवायसी की बात कही जा रही थी, लेकिन केवायसी होने के बाद भी राशन नहीं मिल रहा है, जिससे उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
अन्य हितग्राही जैन बाई ने बताया कि दो महीने से राशन नहीं मिल रहा है. राशन दुकान संचालक से पूछने पर परिवार के सदस्य की मौत होने की बात कहता है. वहीं हितग्राही चंपा यादव बताती हैं कि तीन महीने से उन्हें राशन नहीं मिल रहा है. पूछने पर परिवार के मुखिया की मृत्यु की बात कही जा रही है, जबकि वे जिंदा हैं.

मामले में जिला पंचायत सदस्य नीलिमा श्याम का कहना है कि लगातार उन्हें गांव से राशन कार्ड डिलीट होने की जानकारी मिल रही है, जिससे हितग्राहियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. अधिकारियों ने बताया कि अकेले डौण्डी ब्लाक में लगभग 1400 राशन कार्डधारी हैं, जिनके कार्ड निरस्त किए गए हैं. अगर जल्द राशन कार्ड दुरुस्त नहीं किया गया तो आने वाले दिनों में शासन-प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे.

वहीं जिला खाद्य अधिकारी टीआर ठाकुर ने चर्चा में बताया कि डौण्डी जनपद से कार्ड रिस्टोर करने के आवेदन आए हैं, जिन्हें रिस्टोर किया गया है. आगे भी जितने आवेदन आएंगे, उन्हें रिस्टोर किया जाएगा. लापरवाही की जांच कर रिपोर्ट कलेक्टर को सौंपी जाएगी.
सितंबर–दिसंबर 2025 (एकीकृत विवरण)
| माह | स.क्र | विकासखखंड | बनाये गए कुल नए राशन कार्ड | कुल रिस्टोर राशन कार्ड | कुल डिलीट राशन कार्ड | मुखिया संशोधन (जानकारी त्रुटिपूर्ण) | मुखिया संशोधन (मुखिया की मृत्यु हो चुकी है) | जोड़े गए कुल नए सदस्य | निरस्त किये गए कुल सदस्य |
|---|---|---|---|---|---|---|---|---|---|
| सितंबर 2025 | 1 | डोंडी | 190 | 0 | 226 | 2 | 70 | 282 | 651 |
| अक्टूबर 2025 | 1 | डोंडी | 99 | 1 | 41 | 3 | 11 | 143 | 207 |
| नवंबर 2025 | 1 | डोंडी | 85 | 88 | 27 | 10 | 19 | 179 | 262 |
| दिसंबर 2025 | 1 | डोंडी | 42 | 26 | 18 | 22 | 39 | 170 | 274 |
दीपक बैज ने उठाया सवाल
राशन कार्ड में गड़बड़ी को लेकर कांग्रेस आंदोलन कर रही है. इस मामले में छत्तीसगढ़ कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने आरोप लगाया कहा कि भाजपा सरकार ने लगभग 30 लाख राशन कार्डधारियों का नाम काटा है. उन्होंने साथ ही सवाल किया कि क्या राशन कार्डधारियों का नाम काटना मोदी गारंटी में आता है? चुनाव से पहले राशन कार्ड बनवाओ, फिर चुनाव के बाद नाम काट दो.
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने दिया धरना
वहीं इस मुद्दे पर शहर कांग्रेस ने मोर्चा खोलते हुए गत दिवस खाद्य विभाग कार्यालय का घेराव किया था. शहर और ग्रामीण कांग्रेस के संयुक्त नेतृत्व में हुए इस प्रदर्शन में सैकड़ों कार्यकर्ता कलेक्ट्रेट पहुंचकर खाद्य विभाग कार्यालय के सामने जमकर नारेबाजी की. कार्यकर्ता घंटों तक धरने पर बैठे रहे.
राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा कानून पर उठाए सवाल
कांग्रेस नेताओं ने सवाल उठाया कि जब ई-केवायसी प्रक्रिया के नाम पर दो महीने तक पूरा प्रशासनिक अमला लगा रहा, तो फिर अचानक राशन आवंटन क्यों रोका गया? कांग्रेस ने स्पष्ट किया कि राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा कानून कोई दया नहीं, बल्कि कानूनी अधिकार है, जिसे बिना सूचना के छीना नहीं जा सकता.
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