बलरामपुर। शौचालय निर्माण में भ्रष्टाचार से नाराज चित बिश्रामपुर के ग्रामीणों ने जनपद कार्यालय बलरामपुर का घेराव कर दिया. ग्रामीणों के तेवर देख जनपद के सीईओ और पीओ तत्काल कार्यालय से नदारद हो गया. अधिकारियों की अनदेखी से नाराज ग्रामीण वहीं धरने पर बैठ गए कुछ देर इंतजार करने के बाद जब अधिकारी वहां नहीं पहुंचे तो ग्रामीणों ने सीईओ और पीओ कार्यालय में ताला बंद कर दिया. ताला बंद कर सीईओ और पीओ के खिलाफ नारेबाजी करते हुए जनपद के मुख्य गेट पर धरने पर बैठ गए. इन ग्रामीणों ने शौचालय निर्माण में की गई लाखों की गड़बड़ी उजागर की है.
दरअसल पूरा मामला शौचालय के निर्माण में हुई भारी गड़बड़ी से संबंधित है. 2 साल पूर्व चित बिश्रामपुर में शौचालय निर्माण के लिए सरपंच सचिवों के द्वारा ग्रामीणों से ईंट का क्रय यह कहकर किया गया था कि इसका नगद भुगतान कर दिया जाएगा. 2 साल बीतने के बाद आज तक ग्रामीणों के ईंटों का भुगतान नहीं हो पाया. अपनी जमापूंजी गवां चुके ग्रामीणों के पास अब कोई रास्ता नहीं बचा है ना तो वह खेती करने लायक हैं ना ही ईट भट्ठा लगाने लायक उनके परिवार के सामने भूखों मरने की स्थिति आ गई है.
लगातार आर्थिक समस्या झेल रहे चित बिश्रामपुर के ग्रामीणों ने इस मामले की शिकायत बीते 2 सालों में कई बार जनपद सीईओ जिला पंचायत सीईओ एडिशनल सीईओ यहां तक कि जिला कलेक्टर को लिखित रूप में कई बार की. लेकिन जिले के आला अधिकारियों के कान पर जूं तक नहीं रेंगी. अधिकारियों की अनदेखी से त्रस्त ग्रामीणों ने अंततः जनपद पहुंच कार्यालय में ताला लगा दिया और भुगतान की मांग करने लगे ग्रामीण धरने पर बैठे हुए है और वह आश्वासन चाहते हैं उनका लंबित भुगतान कब तक हो जयेगा. ग्रामीणों ने बताया कि शौचालय निर्माण में भारी भ्रष्टाचार हुआ है. कई गांवों को फर्जी ओडीएफ घोषित कर दिया गया है.