सुकमा। जिस गांव के पास नक्सलियों के बम ब्लास्ट से 8 साल की बच्ची की मौत हुई थी आज उसी गांव मे ग्रामीणों ने नक्सल विरोधी नारे लगाए। मौका था पुलिस प्रशासन के द्वारा आयोजित कोत्ता वेरवेटाकी (नई सुबह की ओर बस्तर) कार्यक्रम का। जिसमें नक्सल प्रभावित इलाकों के ग्रामीण पहुंचे.
इन दिनों पुलिस नक्सलियों के खिलाफ जंगल मे ऑपरेशन चलाने के साथ गांव-गांव में जागरूकता अभियान चला रही है. जिसमें ग्रामीणों को नक्सलियों के विकास विरोधी चेहरे के बारे में बताया जाता है.
बुधवार को कोंटा के पास स्थित मुरलीगुड़ा जहां 2016 में बम धमाके (प्रेशर आईडी)में वहीं की निवासी मुचाकी अनिता की मौत हो गई थी. उसकी मां घायल हो गई थी. कार्यकर्म में पुलिस अधिकारियों द्वारा ग्रामीणों को संबोधित किया गया.
जिसके बाद आत्मसमर्पित नक्सली संतोष ने भी संबोधित करते हुए कहा कि बाहरी नक्सली हमेशा भेदभाव करते हैं. स्थानीय नक्सलियों की नसबन्दी कराते है और संतान से वंचित रखते है.