नई दिल्ली। सिटिजन एमेंडमेंट बिल अब सिटिजन अमेंडमेंट एक्ट(CAA) के रुप में तब्दील हो गया है. इस एक्ट के विरोध में कई राज्यों में प्रदर्शन हो रहे हैं. दिल्ली में जामिया मीलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी के छात्रों का शांतिपूर्ण प्रदर्शन हिंसक रुप ले चुका है. सोशल मीडिया में इस प्रदर्शन से जुड़े कई वीडियो और फोटो वायरल हो रहे हैं. ऐसे ही कई वायरल फोटो और वीडियो को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं और उन्हें आरएसएस व एबीवीपी कार्यकर्ता बताया जा रहा है.

सुप्रीम कोर्ट के पूर्व चीफ जस्टिस मार्कण्डेय काटजू ने अपने ट्वीटर हैंडल पर कुछ तस्वीरें पोस्ट की है और उन्होंने तस्वीर में पुलिस वालों के साथ छात्र को डंडे से पिटाई करने वाले एक शख्स की मौजूदगी पर सवाल उठाया है. जिस शख्स की मौजूदगी पर उन्होंने सवाल उठाया है. मार्कण्डेय काटजू ने ट्वीट कर कहा, “क्या कोई मुझे बता सकता है कि सिविल ड्रेस में यह शख्स कौन है, जिसका चेहरा छुपा हुआ है, पुलिस के साथ जामिया के छात्रों की पिटाई कर रहा है ??”

यह तस्वीर जिस वीडियो की है उस वायरल वीडियो में पुलिस छात्र को हॉस्टल से घसीटकर बाहर लाती है और उन पर लाठियां भांजने लगती है. छात्र को उसकी साथी छात्राएं बचाने की कोशिश करती हैं. इस दौरान छात्राओं के ऊपर भी पुलिस की लाठियां बरसती है. इसी वीडियो में वह शख्स सिविल ड्रेस में नजर आ रहा है.

सोशल मीडिया में एक भरत शर्मा नाम के एक शख्स की फेसबुक प्रोफाइल, फोटो और वीडियो वायरल हो रहा है. फेसबुक प्रोफाइल की जो फोटो वायरल हो रही है उसमें वह खुद को एबीवीपी और आरएसएस कार्यकर्ता लिखा है. जिसे सिविल ड्रेस में और गाड़ी चलाने वाले हेल्मेट के साथ ही दंगे के दौरान पहने जाने वाली जैकेट पहने नजर आ रहा है. सोशल मीडिया में दावा किया जा रहा है कि यही युवक पुलिस वालों के साथ मिलकर जामिया के छात्रों के साथ मारपीट कर रहा है. इस युवक के कुछ और वीडियो भी सामने आए हैं जिसमें वह एक छात्र को लात से मार रहा है.

इसके अलावा कुछ और फोटो वायरल हो रहे हैं दावा किया जा रहा है कि वे एबीवीपी और संघ से जुड़े हुए हैं और जामिया के छात्रों की भीड़ में आकर तोड़फोड़ कर रहे हैं. हालांकि लल्लूराम डॉट कॉम ऐसे किसी दावे के सही होने की पुष्टि नहीं करता है.