रमेश बत्रा, तिल्दा। 20 साल बाद तिल्दा नगर पालिका पर कांग्रेस का कब्जा हुआ. निर्वाचित पार्षदों की संख्या से दोगुने से ज्यादा वोट हासिल कर कांग्रेस की लेमिक्षा गुरु अध्यक्ष पद पर काबिज हुईं.
आइए अब चर्चा करते हैं तिल्दा नगर पालिका के अंकगणित की. नगर पालिका में भाजपा के 13 पार्षद निर्वाचित हुए हैं, वहीं कांग्रेस के महज 6 पार्षद की जीत पाए. आंकड़ों के खेल में कांग्रेस बहुत पीछे थी, लेकिन कांग्रेस ने फिर भी दांव खेलते हुए लेक्षिमा गुरु को अध्यक्ष पद के लिए उतारा. वहीं दूसरी ओर भाजपा ने पूरे विश्वास के साथ कृष्णा शर्मा को मैदान में उतारा.
लेकिन उत्साह से लबरेज भाजपा की उम्मीदों पर पानी फिर गया, जब परिणाम सामने आया. 6 पार्षदों वाली कांग्रेस के पक्ष में 15 वोट पड़े, वहीं दूसरी ओर भाजपा को केवल 7 वोट पड़े. इस तरह से चुनाव में आधे भाजपा पार्षदों ने क्रॉस वोटिंग करते हुए कांग्रेस की लेमिक्षा गुरु के पक्ष में मतदान करते हुए उन्हें जिताते हुए कांग्रेस के 20 सालों का सूखा खत्म कर दिया.
हालांकि, उपाध्यक्ष पद के चुनाव में भाजपा अपनी साख बचाने में कामयाब रही. भाजपा के विकास सुखवानी को 12 वोट मिले, वहीं कांग्रेस के प्रदीप अग्रवाल को महज 10 वोट मिले. इस तरह से दो मतों के अंतर से विकास सुखवानी विजयी रहें. बता दें कि 22 वार्डों वाले तिल्दा नगरीय निकाय चुनाव में भाजपा के 13, कांग्रेस के 6, जनता कांग्रेस के 2 और एक निर्दलीय प्रत्याशी ने जीत हासिल की है. इस तरह से भाजपा 6 कांग्रेस 2जोगी 1निर्दलीय प्रत्याशी चुनाव जीतकर आये हैं.