सत्यपाल सिंह राजपूत, रायपुर। गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू ने प्रदेश में नक्सलवाद को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने भाजपा शासनकाल का जिक्र करते हुए कहा कि पहले अगर सौ लोग मारे जाते थे, तो उसमें अट्ठानवे सामान्य होते थे. दो कैडर के होते थे, लेकिन वर्तमान में सौ लोग मारे जाते हैं, उसमें अट्ठानवे कैडर के होते हैं, दो नॉर्मल नक्सली होते हैं.
ताम्रध्वज साहू ने कहा कि कांग्रेस का एक साल का शासनकाल भाजपा के 15 साल के शासनकाल पर भारी है. नक्सलवाद के खात्मा के लिए पूर्व सरकार ने 15 साल में कुछ खास नहीं किया. कुछ किया होता तो 15 साल तक नक्सलवाद का दर्द जनता को नहीं झेलना पड़ता. एक साल में कांग्रेस सरकार नक्सलवाद पर नकेल कसने में कामयाब रही है. यह मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की विशेष पहल का ही परिणाम है.
उन्होंने कहा कि एक अच्छी रणनीति मुख्यमंत्री ने बनाई, जिसके कारण हमारे फ़ोर्स का मनोबल अच्छा रहा. इसके कारण एक साल में नक्सली मोमेंट में काफी कमी आई है. अपहरण में कमी आई, फर्जी मुठभेड़ के मामले सामने नहीं आए, आत्म समर्पण सर्वाधिक हुआ. गिरफ्तारियां भी हुई, नक्सली के बड़े लीडर काफी मारे भी गए. इस प्रकार नक्सली मोमेंट में काफई सफलता मिली.
गृहमंत्री ने कहा कि जैसा हमारे मुख्यमंत्री ने कहा था कि बस्तर अंचल में नक्सल गढ़ में सरकार के प्रति विश्वास का वातावरण बनाएंगे और बन रहा है. नक्सलगढ़ के बीच विकास का काम शुरू हुआ. युवा, महिला, सभी वर्ग के लोगों ने समझा कि नक्सली हमारे हित में है कि नहीं. इस तरह उनका भी समर्थन रहा. इन सारे कारणों से ये सफलता मिली है.
उन्होंने कहा कि नक्सलीगढ़ रणनीति क्या होगा, आगे क्या रणनीति बनाएंगे, किस तरह नक्सलवाद खात्मा के लिए रुख अपनाए हैं, इसका ख़ुलासा करना उचित नहीं होगा. तत्काल बताया जाता है, उसके बाद उसमें अमल कराया जाता है.
गृहमंत्री ने कहा कि प्रदेश से नक्सली सफ़ाया का दावा तो किया नहीं जा सकता. इसको सालों में बाधा नहीं जा सकता है. छत्तीसगढ़ चारों ओर जंगलों से घिरा हुआ है. हमारे पड़ोसी राज्य हैं, जब हम इधर से हमला करते हैं, तो दूसरे प्रदेश के जंगल में जाकर छुप जाते हैं. अगर उधर से भी उसी समय वार किया जाए तो सफाया संभव होगा. अन्यथा नक्सलवाद का सफाया को समय सीमा के पार न उचित नहीं है.
शांतिपूर्ण वातावरण मिलने से मिलने से नक्सली अपने खोई हुए शक्ति बढ़ाने में लगे हुए हैं. अपने खोई हुए ज़मीन को वापस क़ब्ज़ा कर रहे हैं. इस बात को नकारते हुए गृह मंत्री ने कहा मैं इसे नहीं मानता फोर्स चारों तरफ तैनात है. लगातार काम जारी है. इंटेलीजेंट अपना काम कर रही है. ऐसी कोई रिपोर्ट नहीं है. इसको मैं नहीं मानता कि नक्सली अपनी ताकत बढ़ाने में लगे हैं, लेकिन आने वाला समय बताएगा क्या है, कैसा है.
पूर्ववर्ती भाजपा सरकार 15 साल के दौरान नक्सली मोमेंट को लेकर सक्रिय रहते तो एक साल में हम लोगों ने जितना किया 15 साल तक इसी गति में अगर वो काम करते तो मेरा मानना है कि नक्सली मोमेंट समाप्त हो गया होता. छत्तीसगढ़ विकास की नई दिशा तय कर लिया होता. इसलिए मैं नहीं मानता कि उनका सोच नक्सली को खत्म करने का रहा होगा.
भाजपा के नक्सलवाद को ख़त्म करने के लिए इस्तेमाल किए गए भारी-भरकम बजट की जांच को लेकर किए गए सवाल पर गृह मंत्री ने कहा कि इसमें जांच की कोई बात नहीं है. बजट आता है वो मोमेंट के लिए ही आता है. जब तक जांच की बात नहीं बनती. अब तक कोई शिकायत नहीं मिल है, जब कोई शिकायत आएगी तो जाँच जरूर की जाएगी.