रायपुर। स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम की पहल पर ‘गढ़बो डिजिटल छत्तीसगढ़‘ के अंतर्गत 14 नए ई-साक्षरता केन्द्र स्वीकृत किए गए है. ये अतिरिक्त केन्द्र दुर्ग, सूरजपुर, रायपुर, नारायणपुर, राजनांदगांव, बलरामपुर, सरगुजा और कबीरधाम जिले में स्वीकृत किए गए है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मंशानुरूप ‘गढ़बो डिजीटल छत्तीसगढ़‘ शहरी कार्यात्मक साक्षरता कार्यक्रम के प्रारंभ में छत्तीसगढ़ में 36 ई-साक्षरता केन्द्र स्वीकृत किए गए थे। इस कार्यक्रम अंतर्गत अब ई-साक्षरता केन्द्र की संख्या बढ़कर 50 हो गई है। गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ के मंत्रीगण, विधायकगण, नव निर्वाचित महापौर, और अध्यक्ष द्वारा अपने-अपने क्षेत्र में इसकी स्वीकृति के लिए लगतार मांग की जा रही थी। जनप्रतिनिधियों की मांग को दृष्टिगत रखते हुए इसे प्रदेश के सभी नगरीय निकायों में विस्तार किए जाने का विचार हो रहा है।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा प्रदेश के नवाचारी कार्यक्रम ‘गढ़बो डिजिटल छत्तीसगढ़‘ का शुभारंभ 28 फरवरी 2019 को रायपुर में किया गया। स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने बताया कि यह कार्यक्रम प्रदेश के शहरी क्षेत्र के डिजीटल असाक्षरों के लिए एक नवाचारी कार्यक्रम है। जिसके तहत ई-साक्षरता केन्द्र में डिजीटल साक्षरता के अलावा व्यक्तित्व विकास, श्रेष्ठ पालकत्व, आत्मरक्षा, वित्तीय साक्षरता, विधिक साक्षरता, चुनावी साक्षरता, कौशल विकास, जीवन मूल्य एवं नागरिक कर्तव्य जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर मार्गदर्शन प्रदान किया जा रहा है। ई-साक्षरता केन्द्र में एक माह के निर्धारित पाठ्यक्रमानुसार शिक्षार्थियों को प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है। जिसमें 80 प्रतिशत डिजीटल साक्षरता और 20 प्रतिशत अन्य विषयों पर फोकस किया जाता है। डिजीटल साक्षरता के कोर्स के बाद जिले द्वारा आंतरिक मूल्यांकन किया जाता है। इसके बाद छत्तीसगढ़ इंफोटेक प्रमोशन सोसायिटी (चिप्स) द्वारा ऑनलाईन बाह्य मूल्यांकन किया जाता है। जिसमें अब तक लगभग 5 हजार 700 शिक्षार्थी सफल हो चुके है।

नवाचारी कार्यक्रम ‘गढ़बो डिजीटल छत्तीसगढ़‘ में 15 से 60 आयु समूह के डिजीटल असाक्षरों के प्रशिक्षित ई-एजुकेटर द्वारा एक माह में डिजीटल उपकरणों का उपयोग करना सिखाया जाता है। डिजीटल साक्षरता के अंतर्गत कम्प्यूटर, मोबाइल सहित डिजीटल डिवाईस को चलाना, कम्प्यूटर के पुर्जों का उपयोग, मोबाइल फोन का उपयोग, टेबलेट की जानकारी और उपयोग, इंटरनेट का उपयोग, सर्चइंजन का उपयोग, ई-मेल का परिचय, सोशल मीडिया, फेसबुक, ट्वीटर, व्हाट्सअप का उपयोग करना बताया जाता है। विभिन्न सेवाओं का ऑनलाईन भुगतान, ऑनलाईन बुकिंग, रेल, बस टिकट बुक करना, मोबाइल रिचार्ज, टी.व्ही रिचार्ज, बिजली बिल इत्यादि का भुगतान करना और विभिन्न सेवाओं के लिए ऑनलाईन फार्म भरना सिखाया जाता है। विषय-विशेषज्ञों द्वारा विभिन्न विषयों में पावर पांवट प्रेजेन्टेशन के माध्यम से प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है।