मुंबई। बॉलीवुड हीरोइन और लोकसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी रहीं उर्मिला मातोंडकर ने पुणे में आयोजित एक कार्यक्रम में नागरिकता संशोधन कानून (CAA) को अंग्रेजों के रोलेट एक्ट की तरह काला कानून बताया. लेकिन इसी कार्यक्रम में उर्मिला का द्वितीय विश्वयुद्ध के वर्ष 1919 में खत्म होने की बात कहे जाने पर लोग ट्विटर पर तरह-तरह के मीम बनाकर जमकर चटखारे ले रहे हैं.

बता दें कि पुणे के कोथुर्ड स्थित गांधी भवन में गुरुवार को महाराष्ट्र गांधी स्मारक निधि की ओर से ‘अहिंसक लोगों का एनआरसी, सीएए एनपीआर आंदोलन’ (NON-VIOLENT PEOPLS’S MOVEMENT AGAINST NRC, CAA, NRP) पर परिचर्चा का आयोजन किया गया गया था. आयोजन में उर्मिला मातोंडकर के अलावा मानवाधिकार कार्यकर्ता तिस्ता सीतलवाड, दार्शनिक बिशप थॉमस दाबरे और महाराष्ट्र गांधी समारक निधि के अध्यक्ष डॉ. कुमार सप्तर्शी वक्ता थे.

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चारों वक्ताओं में से उर्मिला मातोंडकर अपनी भाषण को लेकर सुर्खियां बटोर रही हैं. मराठी में दिए अपने भाषण में 1919 में द्वितीय विश्वयुद्ध समाप्त होने की बात कही थी, जबकि द्वितीय विश्वयुद्ध 1945 में खत्म हुआ था. उर्मिला के इस इतिहास ज्ञान ने लोगों को अपने इतिहास के ज्ञान पर सोचने को मजबूर कर दिया है.

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