रायपुर। इन दिनों छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सुर्खियों में है. इसकी वजह है अमेरिका की हार्वर्ड यूनिवर्सिटी, जहां वो 17वें वार्षिक भारत सम्मेलन में पहुंचे हुए हैं. जब मुख्यमंत्री का सीधा सवाल-जवाब का सिलसिला चल रहा था, तब एक समय ऐसा आया कि वो चाह कर भी विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत की तारीफ करने से खुद को रोक नहीं पाए. उन्होंने कहा कि चरणदास महंत आज अपनी काबिलियत से इस मुकाम पर पहुंचे हैं.
हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में शनिवार को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ‘जाति और राजनीति’ पर व्याख्यान दिया. इसे लेकर उनसे वार्तालाप भी किया गया, कुछ जनता के सवाल थे, तो कुछ वहां मौजूद एंकर के सवाल थे. ठीक उसी समय आरक्षण का मुद्दा उठा और मेरिट बेस में नहीं आने पर बहस शुरू हो जाती है. इस पर मुख्यमंत्री भूपेश का राय पूछा गया.
मुख्यमंत्री भूपेश ने उसी दौरान डॉ. चरणदास महंत का उदाहरण देते हुए उनकी तारीफ की और कहा कि चरणदास महंत ओबीसी वर्ग से आते हैं. वो अभी विधानसभा अध्यक्ष है. पूर्व केंद्रीय मंत्री रहे और तीन बार के सांसद है. मध्यप्रदेश के समय गृहमंत्री रह चुके हैं. 1980 से चुनाव जीतते आ रहे हैं. वो आज अपनी काबिलियत से इस मुकाम को हासिल कर पाए हैं. उन्होंने काबिलियत सिद्द किया है, जनता के बीच गए और चुनकर आए हैं. आगे बघेल ने कहा कि प्रदेश में आरक्षण लेने वाले जो छात्र है, सामान्य वर्ग के कटआफ से ज्यादा आ रहे हैं. अवसर नहीं मिलने पर उनको नुकसान होता है.
उनसे पूछा गया कि मंत्रिमडल में किस तरह का प्रतिनिधित्व है. डीजीपी, सचिव, विधानसभा सचिव सब उच्च जाति के हैं ? तब भूपेश बघेल ने बताया कि विधानसभा के अध्यक्ष ओबीसी है. प्रदेश में एससी और एसटी को मुख्य सचिव बनने का अवसर मिला है. मंत्री मंडल में ठाकुर, ब्राह्मण, एससी, एसटी और ओबीसी को मौका मिला है. मुख्यमंत्री सलाहकार में ओबीसी है. पहली बार विधानसभा उपाध्याक्ष एसटी का बना है.
बता दें कि अमेरिका के मैसाचुसैट्स शहर के कैंब्रिज में स्थित हार्वर्ड विश्वविद्यालय में बहुत कम लोग ही प्रवेश पाते हैं. यहां जाना और छात्रों का पढ़ना सपना होता है. ऐसा कहा जाता है कि यहां से पढ़ने वाला हर छात्र विश्व में एक अलग ही मुकाम हासिल करता है.