रायपुर. स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग 24 से 26 फरवरी तक राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस का आयोजन किया है. राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय भारत सरकार द्वारा और मानव संसाधन विकास मंत्रालय स्कूल शिक्षा मंत्रालय महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के समुचित सहयोग से आयोजित एक अखिल भारतीय जन स्वास्थ्य कार्यक्रम है.

शिशु स्वास्थ्य उपसंचालक अमर सिंह ठाकुर ने बताया कि इस कार्यक्रम के तहत छत्तीसगढ़ के सभी स्कूल और आंगनबाड़ी में 1 से 19 साल तक के सभी बच्चों को एल्बेंडाजोल की दवाई खिलाकर कृमि मुक्त किया जाएगा. उन्होंने ये भी बताया कि अनुपस्थिति या बीमारी के कारण जिन बच्चों को 24 फरवरी तक दवाई नहीं खिलाई गई उन्हें 28 फरवरी को मॉप अप दिवस पर कृमि मुक्ति मुक्त किया जाएगा.

इस कार्यक्रम का उद्देश्य सभी बच्चों के स्वास्थ्य एवं पोषण संबंधी स्थिति और संज्ञानात्मक विकास तथा जीवन की गुणवत्ता में सुधार करने के लिए उन्हें कृमि मुक्त करना है. राष्ट्रीय फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के तहत राज्य के 8 जिलों में दवाई खिलाई जाएगी. अभियान में 113.9 लाख बच्चों को कृमित मुक्ति करने का लक्ष्य रखा है. पहले दिन आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के द्वारा सभी स्कूल एवं आंगनबाड़ी में पंजीकृत छात्र-छात्राओं दवा का सेवन करवाया जाएगा. दूसरे और तीसरे दिन-प्रथम दिन छूट गए. लोगों को ड्रग एडमिनस्ट्रेटर द्वारा घर-घर जाकर दवा खिलाई जाएगी. फरवरी तक माप अप राउंड गतिविधि होगी. माप अप राउंड में घर का कोई सदस्य उपस्थित नहीं है या घर बंद है ऐसी स्थिति में ड्रग एडमिनस्ट्रेटर द्वारा फिर से उनके घर पर जाकर दवा पिलाई जाएगी.