लोकेश साहू, धमतरी. घर में बाजे गाजे के साथ शादी की गूंज सुनाई दे रही थी. दुल्हन के हाथों में मेहंदी सजी थी और तेल मायन की रश्म कर बारात के स्वागत की तैयारी हो रही थी. लेकिन बारात पहुंचती उससे पहले ही चाइल्ड लाईन की टीम शादी के मंडप में पहुंच गई. और एक नाबालिग लड़की को बाल विवाह की भेंट चढ़ने से बचा लिया.

दरअसल धमतरी जिले के मगरलोड के ग्राम छिपली में एक नाबालिग लड़की का विवाह ग्राम मोहंदी निवासी युवक के साथ तय हुआ. दोनों परिवार की रजामंदी और मुहूर्त निकलने के बाद 24 फरवरी से विवाह का कार्यक्रम शुरू हो गया. मंडप में दुल्हन के तेल मायन व हल्दी का रश्म भी पूरा हो गया. तभी महिला बाल विकास विभाग को इसकी सूचना मिली. सूचना मिलते ही चाइल्ड लाईन की टीम तत्काल मौके पर पहुंच गई. दुल्हन बनी लड़की के प्रमाण पत्रों की जांच करने पर पता चला कि उसकी उम्र मात्रा सत्रह साल है. तब टीम ने लड़की के माता-पिता को समझाइश देकर बाल विवाह को रुकवाया.

परिवार वालों से क़ानून के अनुसार निर्धारित आयु में ही विवाह करने शपथ पत्र भरवाया गया. इस कार्रवाई में यशवंत बैस संरक्षण अधिकारी, प्रमोद कुमार अमृत विधिक सह परिवीक्षा अधिकारी, प्रमोद नेताम, नीलम साहू जिला समन्वयक चाइल्ड लाईन सहित टीम मेंबर देवानंद महमल्ला शामिल थे.