रायपुर- कोरोना वायरस की रोकथाम में जुटे स्वास्थ्य विभाग ने अपने बड़े फैसले में कहा है कि बीते एक महीने में यू के से छत्तीसगढ़ लौटने वाले सभी लोगों का कोरोना टेस्ट कराया जाएगा. राज्य में अब कोरोना पाॅजिटिव पाए गए 7 मरीजों में से 3 ऐसे हैं, जो यूके से लौटे थे. कई संदिग्ध केस ऐसे भी हैं, जिनकी रिपोर्ट आनी बाकी है.
राज्य स्तरीय कमांड एंड कंट्रोल सेंटर में विभागीय अधिकारियों की बैठक लेकर स्वास्थ्य सचिव निहारिका बारिक सिंह ने राज्य में कोरोना संक्रमण एवं बचाव की स्थिति की गहन समीक्षा की. इस दौरान उन्होंने कहा कि राज्य में अभी तक कोरोना वायरस से पीड़ित 7 मरीजों में से सर्वाधिक 3 मरीज ऐसे मिले हैं, जो यूके से लौटे हैं. इस स्थिति को देखते हुए यह जरूरी है कि बीते एक माह की अवधि में वहां से छत्तीसगढ़ आए सभी लोगों का कोरोना टेस्ट किया जाए. बैठक में बताया गया कि यू के से छत्तीसगढ़ आने वालों की कुल संख्या 73 है. इनके नाम, पता एवं कांटेक्ट की जानकारी संबंधित जिलों के कलेक्टर, एसपी और सीएमएचओ को दे दी गई है और इन लोगों का तत्परता से सैंपल कलेक्ट कर टेस्ट के लिए उपलब्ध कराने को कहा गया है.
हाल के महीनों में करीब 2500 लोग विदेशों से लौटे
बैठक में यह भी जानकारी दी गई कि दुनिया के अलग अलग देशों से छत्तीसगढ़ राज्य में आने वालों की संख्या लगभग 2500 है. इनकी सूची भी विभाग ने तैयार कर संबंधित जिलों को उपलब्ध करा दी है. इन सभी लोगों और इनके परिजनों को क्वॉरेंटाइन में रहने की सलाह दी गई है. एक्टिव सर्विलेंस टीम इन लोगों से सतत संपर्क में है और उनके स्वास्थ्य पर निगरानी बनाए हुए हैं. बैठक में सचिव ने यू के से आए लोगों के आस-पास के इलाकों को भी एक्टिव सर्विलेंस में रखने के निर्देश दिए.
निहारिका बारिक सिंह ने विभागीय अधिकारियों से जिले के सीएमएचओ से सतत संपर्क बनाए रखने तथा वहां आवश्यकतानुसार मास्क व्यक्तिगत सुरक्षा किट, सैंपल किट (वीटीएम) भिजवाए जाने के भी निर्देश दिए. गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ राज्य में अभी तक कोरोनावायरस के संक्रमण की स्थिति काफी हद तक नियंत्रित है. कोरोना के समुदाय संक्रमण का अभी कोई प्रमाण राज्य में नहीं मिला है. राज्य में कोरोना के अभी तक 9921 संदेहास्पद लोगों में से 9788 लोगों को चिन्हित कर लिया गया है. 6241 लोग होम क्वॉरेंटाइन में हैं.