रायपुर। कोरोना के चलते देश लॉक डाउन में हैं. लोग मुश्किल में हैं.. जो जहां है वहीं उसकी जिन्दगी जैसे ठहर गई है.. दो वक्त की रोटी के भी लाले पड़े हैं.. सरकार और समाज सेवी संगठन गरीब बेसहारा लोगों की मदद में आगे आई है. लेकिन इन सबके बीच बड़ी संख्या में ऐसे लोग भी हैं जिन पर अब तक लोगों का ध्यान नहीं गया.. वे हैं अस्पताल में दिन-रात ड्यूटी करने वाले डॉक्टर… वे हैं अस्पताल में भर्ती मरीज और उनके परिजन, जो परिवहन बंद होने और लॉक डाउन की वजह से कहीं आ जा नहीं पा रहे हैं..
लॉक डाउन होने से होटल बंद है परिवहन बंद है,, न कोई आ पा रहा न कोई जा पा रहा.. हम राजधानी के सुपर स्पेशलिटी अस्पताल डीकेएस में कार्य करने वाले डॉक्टरों और वहां मौजूद मरीज व उनके परिजनों की बात कर रहे हैं.
ऐसे लोगों के लिए राजधानी का एक होटल गोल्डन ओक सामने आया है. होटल द्वारा अस्पताल के भीतर ही डॉक्टरों, मरीजों और उनके साथ ही उनके परिजनों व मेडिकल स्टाफ को खाना खिला रहे हैं. होटल के स्टाफ के कोरोना सहित अन्य बीमारियों के संक्रमण को देखते हुए बेहद हाइजीनिक तरीके से लोगों को खाना परोसते हैं, वह भी मुफ्त बगैर किसी शुल्क के. बताया जा रहा है कि होटल द्वारा प्रतिदिन 1000 लोगों को खाना खिलाया जा रहा है.
डीकेएस जैसे न जाने कितने और अस्पताल होंगे जहां डॉक्टर, मेडिकल स्टाफ दिन रात मरीजों की सेवा कर रहे हैं. लेकिन लॉक डाउन ने उनकी मुसीबत बढ़ा दी है. आप भी सामने आईये और मुश्किल की इस घड़ी में ऐसे लोगों की प्रशासन की सहायता से मदद कीजिये.