एक तरफ पूरी दुनिया में कोरोना का कोहराम मचा हुआ है. वहीं दूसरी तरफ पीएम मोदी अपने महामिशन के तहत अन्य देशों में फंसे भारतीयों को अपने वतन वापस लाने में लगे हुए है. यही कारण हैं कि सोशल मीडिया में मोदी के इस फैसले की जमकर तारिफ हो रही है और लोग ये कह रहे है कि पीएम मोदी के अलावा किसी के पास ये कलेजा नहीं है.
इस अभियान का नाम पीएम मोदी ने वंदे भारत मिशन और सेतु समुद्र मिशन दिया है. जिसमें सेतु समुद्र मिशन को पूरा करने के कल ही भारतीय नौसेना के जलपोत ‘जलअश्व’ और ‘मगर’ मॉलदीव के माले बंदरगाह के लिए रवाना हो गए है.
इसके अलावा खाड़ी देशों, मलेशिया, ब्रिटेन ओर अमेरिका से भारतीयों को लाने के लिए विभिन्न एजेंसियों वाले अभियान को ‘वंदे भारत मिशन’ नाम दिया गया गया. इसके जरिये सरकारी विमानन कंपनी एअर इंडिया द्वारा 13 मई तक गैर-अनुसूचित वाणिज्यिक उड़ानों का परिचालन किया जाएगा और 12 देशों से करीब 15 हजार भारतीयों को वापस लाया जाएगा. भारतीयों को वापस लाने का यह अभियान सात दिन तक चलेगा. इस दौरान हजारों भारतीयों को देश लाया जाएगा.
मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक ‘वंदे भारत मिशन में प्राथमिकता वाले यात्रियों की सूची एअर इंडिया को सौंप दी गई है. प्रत्येक यात्री को टिकट प्राप्त करने के लिए कॉल और ई-मेल के जरिए एअर इंडिया से संपर्क करने के बाबत सूचित किया जाएगा. राज्य से आवेदकों की सबसे अधिक संख्या होने के चलते गुरुवार की पहली दो उड़ानें केरल के लिए होंगी.’ इसके तहत सात मई से एअर इंडिया की 64 उड़ानों का परिचालन होगा.