नई दिल्ली. इस साल के अंत तक यानी दिसंबर महीने तक करीब 2 करोड़ बच्चे इंडिया में जन्म लेने वाले है. ये आंकड़े हवा-हवाई नहीं है. इन आंकड़ों की पुष्टि खुद संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (UNICEF) ने की है. रिपोर्ट के मुताबिक भारत में इस साल दिसंबर महीने तक 20 मिलियन यानी करीब 2 करोड़ बच्चे पैदा होने की संभावना है.
इसका सबसे बड़ा कारण कोरोना काल में लगा लॉक डाउन है. यही कारण है कि पूरा इंडिया घर पर है और सभी के पास अपने परिवार के लिए भरपूर समय है. यूनिसेफ (UNICEF) की रिपोर्ट के मुताबिक जब से कोविड-19 महामारी की पहचान हुई, तब से 9 महीने के अंदर बच्चों के जन्म लेने की संख्या में काफी इजाफा होगा. क्योंकि बीमारी पर काबू पाने के लिए कई देशों में लॉकडाउन किया गया है. भारत में भी लॉकडाउन की स्थिति है. कपल्स टेंशन को दूर करने के लिए एक-दूसरे के ज्यादा नजदीक आ सकते हैं. चूंकि दुकानें बंद हैं और कंडोम का प्रोडक्शन भी लगभग बंद है. इसलिए बेबी बूम की संभावना ज्यादा है.
पूरी दुनिया में पैदा होंगे 116 मिलियन बच्चे
यूनिसेफ के मुताबिक पूरी दुनिया में 116 मिलियन बच्चे पैदा होंगे. इसमें चीन (13.5 लाख), नाइजीरिया (6.4 लाख), पाकिस्तान (5 लाख) और इंडोनेशिया (4 लाख) शिशुओं का जन्म होने का अनुमान है.