सुप्रिया पांडे,रायपुर। राजधानी के बूढ़ापारा तालाब के सौंदर्यीकरण के नाम पर सप्रे और दानी गर्ल्स स्कूल के मैदान के इस्तेमाल का मामला शांत नहीं हो रहा है. नगर निगम के फैसले के विरोध में जनता भी खुलकर विरोध में उतर आई है. आम नागरिकों के अलावा कई सामाजिक संगठन भी इस आंदोलन में जुड़े हुए है. प्रदर्शन के दौरान उन्होंने कहा कि बीजेपी के नक्शे कदम पर ही कांग्रेस चल रही है.

रविवार को यहां के निवासी हाथों में तख्तियां लेकर अपने-अपने घरों से सामने खड़े होकर विरोध जता रहे हैं. सुबह 10 से 10.30 बजे सप्रे मैदान के आस-पास रहने वाले लोगों ने लॉकडाउन के नियमों और सामाजिक दूरी का पूरा पालन करते हुए प्रदर्शन किया. सौंदर्यकरण के नाम पर ऐतिहासिक धरोधर से छेड़छाड़ करने को लेकर जनता काफी आक्रोशित है.

धर्मराज महापात्रा ने बताया कि शहर का सबसे ऐतिहासिक मैदान सप्रे स्कूल, दानी स्कूल का मैदान छत्तीसगढ़ की आन बान शान और पहचान है. जिस तरह से सौंदर्यकरण के नाम पर सप्रे स्कूल मैदान के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है, हम उसके खिलाफ आज सड़कों पर है. बूढ़ा तालाब के सौंदर्यीकरण के नाम पर यह नए नए प्रयोग और इस प्रयोग के जरिए रायपुर शहर में जो ऐतिहासिक धरोहर है उसके साथ बार-बार अन्याय होता है. पहले भारतीय जनता पार्टी की सरकार थी, तब चौपाटी के नाम पर बूढ़ा तालाब के अंदर मैदानों को छीनने की कोशिश की गई. आज कांग्रेस भी उसी को आगे बढ़ाने की कोशिश कर रही है. बूढ़ा तालाब के सौंदर्यकरण में हमें कोई आपत्ति नहीं है.

गौतम बंदोपाध्याय ने कहा कि सवाल यह है कि जो शिक्षा स्थान और सार्वजनिक संपत्ति है. उस जमीन को विकास, सौंदर्यीकरण, व्यापारीकरण के नाम पर नगर निगम के द्वारा साजिश रची जा रही है. जनता के हित के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है. जिसका विरोध करते हैं. यह रायपुर शहर की धरोहर है. सार्वजनिक संपत्ति धीरे-धीरे कम होती जा रही है. अगली पीढ़ी के लिए क्या बचेगा.