बलौदाबाजार। क्वारेंटाइन सेंटर में दीवार पर छोटे बच्चों के हाथ-पैर के निशान बन गए. हाथ-पैर देख दहशत में आए सेंटर में रहने वाले प्रवासी मजदूरों की मांग पर उन्हें पास में रिक्त दूसरे भवन में शिफ्ट कर दिया गया है.

कसडोल अनुविभाग के ग्राम सेल के शासकीय हायर सेकेण्डरी स्कूल भवन को प्रवासी श्रमिकों के लिए क्वारेंटाइन सेंटर बनाया गया है. शरारत के लिए भवनकी दीवार में किसी ने छोटे बच्चों के हाथ और पैर से निशान बना दिये हैं. इससे लोगों को भूत होने की बात कहने लगे. प्रवासी मजदूरों के डर को देखते हुए ग्राम के सरपंच ने पास में एक अन्य भवन रिक्त में शिफ्ट कर दिया है.

इस बात की जानकारी होने पर कसडोल के एसडीएम टेकचन्द अग्रवाल ने सोमवार की रात को स्कूल भवन का आकस्मिक निरीक्षण किया गया, उस दौरान बिजली भी गुल थी. इस दौरान रह रहे प्रवासियों से चर्चा की, जिन्होंने कोई शिकायत नहीं की.

एसडीएम ने कहा कि केन्द्र में प्रवासी श्रमिकों का एक बैच क्वारेंटाइन काट चुका है. वर्तमान में दूसरा बैच क्वारेंटाइन में है, जिसने किसी भी प्रकार की शिकायत नहीं की है. यही नहीं उन्होंने दूसरी जगह जाने से भी मना कर दिया.

हालात का जायजा लेने के बाद एसडीएम टेकचन्द अग्रवाल ने सरकारी स्कूल स्थित क्वारेंटाइन सेन्टर में भूत की बात को महज अफवाह बताया है. मामले की जांच के बाद उन्होंने इसे वहां निवासरत लोगों को परेशान करने के लिए किसी आपराधिक किस्म के व्यक्तियों की शरारत बताया है.