नई दिल्ली। साध्वियों के साथ बलात्कार के मामले में 20 साल की सजा काट रहे गुरमीत राम रहीम की सबसे बड़ी राजदार हनीप्रीत आखिरकार पुलिस की सख्ती के आगे टूट गई है. सूत्रों के मुताबिक हनीप्रीत ने कुबूल कर लिया है कि वो राम रहीम को सजा सुनाए जानवाले दिन पंचकूला में हुई हिंसा की साजिश में शामिल थी. हनीप्रीत ने पूछताछ में बताया कि 17 अगस्त को डेरे में एक मीटिंग हुई थी, जिसमें हिंसा की साजिश रची गई.
हरियाणा पुलिस की एसआईटी को पूछताछ के दौरान हनीप्रीत ने बताया कि हिंसा की साजिश के तहत किसको कहां भेजना है, किन इलाकों में हिंसा फैलाई जानी है, इसकी जानकारी उसे पहले से ही थी. इसके लिए मैप तैयार किए गए थे. डेरा के जिन खास विश्वासपात्रों की तैनाती की गई थी, उनके नाम और रोड मैप हनीप्रीत के एक लैपटॉप में सुरक्षित हैं.
राम रहीम को रेप का दोषी ठहराए जाने के बाद 25 अगस्त को पंचकूला में बड़े पैमाने पर हिंसा हुई थी जिसमें 32 से ज्यादा लोग मारे गए थे. हनीप्रीत की रिमांड मांगते वक्त पुलिस ने कोर्ट में कहा था कि उसे हनीप्रीत से एक लैपटॉप रिकवर करना है जिसमें एक नक्शा है. नक्शे में पंचकूला शहर का पूरा मैप, भागने की प्लानिंग सब था.
हनीप्रीत की गिरफ्तारी के बाद पंचकूला कोर्ट से पुलिस को हनीप्रीत की छह दिन की रिमांड मिली थी. इस दौरान पुलिस उसे पूछताछ के लिए कई ठिकानों पर ले गई. पुलिस जानना चाहती थी कि हनीप्रीत जब फरार थी तब कहां कहां रुकी और किसने उसकी मदद की.
रिमांड पूरी होने तक पुलिस उससे कुछ खास नहीं जान पायी. पुलिस ने उसे रिमांड खत्म होने के बाद कोर्ट में पेश किया और दोबारा रिमांड की मांग की. कोर्ट ने पुलिस को तीन दिन की और रिमांड दी.