रायपुर। सरकारी अस्पताल के डॉक्टरों की वजह से धुर नक्सली क्षेत्र बीजापुर में रहना वाला एक 10 वर्षीय बालक अब आम बच्चों के जैसे जीवन जी पाएगा. वह आम बच्चों की तरह खा भी सकेगा और पी भी सकेगा. दरअसल अंदखनी गांव का रहने वाला पाल तेलम पिछले एक साल से अपने जबड़े के जानलेवा ट्यूमर (Spindle crll tumar) के चलते काफी पेरशान था.
जबड़े का ट्यूमर लगातार बढ़ता जा रहा था. इस बढ़ते ट्यूमर के चलते बच्चा ठीक ढंग से भोजन भी नहीं कर पाता था. जिसके चलते लगातार उसके शरीर मे खून की कमी होती जा रही थी साथ ही इस बच्चे को सांस लेने में भी तकलीफें होने लगी. इसके बाद इस बच्चे को बीमारी से निजात दिलाने का बीड़ा उठाया शासकीय दंत महाविद्यालय के ओरल मैक्सिफैसियल सर्जनो की टीम ने.
टीम के डॉक्टरों ने जटिल आपरेशन करते हुए बच्चे के जबड़े से करीब एक किलो वजनी ट्यूमर को निकाल दिया.ट्यूमर निकालने के बाद से ही बच्चे के स्वास्थ्य मे तेजी से सुधार आ रहा है. इस पूरी प्रक्रिया में रायपुर मेडिकल कॉलेज के निश्चेतना के डॉक्टरो का विशेष सहयोग रहा. इस पूरी टीम का नेतृत्व बिजु पापाचन एवं सहयोगी डॉ शाहिद, डॉ राघव अग्रवाल (मेडिकल कॉलेज राजनांदगांव) ने किया.
बताया जा रहा है कि प्रदेश में यह इस तरह का यह ऐसा पहला मामला है जहां डाक्टरों की टीम ने सफल ऑपरेशन करते हुए मुंह से इतना बड़ा ट्यूमर निकाला.