रायपुर. पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह के बैरियर खोलने पर दिए बयान पर वनमंत्री मोहम्मद अकबर ने उन्हें और मेहनत करने की सलाह दी है। अकबर ने कहा कि रमन सिंह मुख्यमंत्री के तौर पर असफल हुए हैं अब खुद को प्रतिपक्ष के नेता के तौर पर स्थापित करने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन अभी उन्हें और मेहनत करने की ज़रूरत है। केवल बयान देने से कुछ नहीं होगा।
अकबर ने रमन सिंह से सात सवाल पूछे हैं। इनमे से तीन सवाल उनके आरोप के सम्बंध में हैं और 4 सवाल उनके वायदो को लेकर हैं।
अकबर ने पूछा है कि अगर बैरियर लूट खसोट के अड्डे हैं तो उन्हें अपने कार्यकाल में 13 साल तक क्यों चलने दिया ? अगर उनके कहे मुताबिक ये लूट के अड्डे थे तो इसे बंद करने से किसने रोका था ? उन्होंने ये भी पूछा कि रमन राष्ट्रीय उपाध्यक्ष होने के नाते मध्यप्रदेश और अन्य भाजपा शासित राज्यो को क्यों नहीं बताते कि बैरियर लूट खसोट के अड्डे हैं ? उन्हें इन्हें बन्द कराने के लिए उन्हें दबाव बनाना चाहिए
अकबर ने रमन सिंह को उनके कार्यकाल के वायदों को याद दिलाते हुए 4 और सवाल पूछे हैं। अकबर ने रमन सिंह से पूछा है कि उन्होंने अपने वादे के मुताबिक हर आदिवासी परिवार को गाय क्यों नहीं दिया? बेरोजगारों को भत्ता क्यों नहीं दिया ? 5 हॉर्स पावर पम्प तक की बिजली क्यों नहीं कर पाए ? उन्होंने कहा कि हर आदिवासी परिवार को नौकरी क्यों नहीं दी?
अकबर ने कहा कि भूपेश बघेल की सरकार को जनादेश 5 साल के लिए मिला है। सरकार ने केवल डेढ़ साल में 36 में से 22 बड़े वादे पूरे कर लिए हैं। सरकार ने अपनी घोषणा के मुताबिक 2500 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से धान खरीदी के अंतर की राशि की पहली किश्त राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत 1500 करोड़ रुपये जारी कर दिए गए हैं। दूसरी क़िस्त राजीव गांधी के जयंती 20 अगस्त को जारी किया जाएगा। उन्होंने कहा कि
अभी साढ़े तीन साल का कार्यकाल बचा है जिसमें बाकी वादों को पूरा करने के लिए गंभीर है।
अकबर ने कहा कि छत्तीसगढ़ में आरटीओ के बैरियर की स्थापना राज्य की सुरक्षा और राजस्व की हानि को रोकने के लिए है। वर्तमान में अन्य राज्यों से वाहन बेरोकटोक प्रवेश कर रहे हैं। जो सुरक्षा की दृष्टि से उचित नहीं है। बैरियर से राज्य को 200 करोड़ की आय होगी। अकबर ने बताया कि बैरियर में वेबब्रिज लगाने की योजना है ताकि ओवरलोडिंग पर रोक लग सके।