रायगढ़। एटीएम लूट मामले में पुलिस ने सरगना सहित दो अन्य आरोपियों को और गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किये गए आरोपियों में से एक आरोपी वरुण सिंह है जो कि गैंग का सरगना होने के साथ ही रायगढ़ के आंचलिक साप्ताहिक अखबार और एक न्यूज पोर्टल का रिपोर्टर भी है।

पुलिस के अनुसार 4 जुलाई को आरोपी सुधीर सिंह और पिंटू वर्मा की गिरफ्तारी की सूचना सुधीर सिंह के बड़े भाई ेवरूण सिंह को कोतरारोड पुलिस द्वारा मोबाइल पर दिया गया। सूचना के बाद आरोपी वरुण सिंह ने अपना मोबाइल बंद् कर दिया था, जिससे पुलिस को उस पर भी संदेह हुआ। उधर पुलिस की एक टीम सीसीटीवी फुटेज के साथ ही मोबाइल कॉल डिटेल का एनालिसिस कर रही थी। पुलिस को घटनास्थल के पास लगे सीसीटीवी के फुटेज में वरुण सिंह के साथ एक लड़का नजर आया, घटना से कुछ मिनट पहले वह एक और आरोपी पिंटू वर्मा से मोबाइल पर बात किया था और मैसेज भी भेजा था।

अन्य बैंक के लूटपाट में भी था शामिल

कोतरारोड पुलिस लगातार दो दिन तक आरोपी वरूण सिंह और उसके साथी रजनीश पाण्डेय से पूछताछ की। पूछताछ में आरोपी वरुण सिंह अपने साथी रजनीश पाण्डेय के साथ इस अपराध में शामिल होने के साथ ही पूर्व में भी यूनाइटेड बैंक लूटपाट में शामिल होना कबूल किया।

आरोपी मूलतः बिहार के सिवान जिले का रहने वाला है, पिछले 14 वर्षों से वह यहां रह रहा था। वरूण सिंह ग्लेज ट्रेडिंग इंडिया प्रा0लिमि0 का फ्रेंचाईजी मेसर्स भवानी ट्रेडर्स के नाम से आजाद चैंक किरोडीमलनगर में संचालित करता है। इस कम्पनी में युवक, युवतियों को दिगर प्रांत/जिलों से लाकर कम्पनी का खाद, फर्टिलाइजर, कास्मेटिक प्रोडक्ट बिक्री करता था। वरूण का यूनाईटेड बैंक रायगढ़ में एकाउंट था, बैंक में उसने कम्पनी होल्डर एवं रायगढ़ अंचल साप्ताहिक प्रेस का पत्रकार होने की जानकारी दिया था और बैंक से 17 लाख रूपये का लोन लिया हुआ था। इसके साथ ही मार्केट में भी उसका 34 लाख के आसपास उधारी था।

बिहार से बुलाया शूटरों को

आरोपी वरुण सिंह ने बिहार में बैक लूटपाट के लिए एक गैंग बनाया था, जिसमें उसने अपने भाई के अलावा शूटरों को भी रखा था। जून 2019 में आरोपी सुधीर सिंह, पिन्टू वर्मा और यूपी के बलिया का रहने वाला संजय भारद्वाज किरोडीमलनगर आये थे, जिनके लिए किराये कमरे की व्यवस्था वरूण ने किया। जहां वरूण और सुधीर ने यूनाईटेड बैंक में लूट करने का प्लान बताये, जिसमें चारों राजी हुये फिर बैंक लूट के लिए वरूण सिंह के रूपयों से संजय भारद्वाज के माध्यम से यू0पी0, बिहार बार्डर से 02 नग पिस्टल, लगभग 20 नग कारतूस, 02 नग कट्टा कारतूस खरीदा गया।

प्रेस आई कार्ड का इस्तेमाल कर करता था रेकी

आरोपी वरूण सिंह इतना शातिर था कि अपने पास रायगढ़ अंचल साप्ताहिक सामाचार पत्र का आई कार्ड रखा हुआ था और उसे लटकाकर बेरोकटोक बैंक में घुसकर रेकी किया करता था। जून में लगातार 03-04 दिन यूनाईटेड बैंक की रेकी के बाद घटना के दिन शाम करीब 05:00 बजे संजय भारद्वाज के मोबाईल पर मैसेज कर बताया कि बैंक अभी खाली है, पर उस शाम लूट का प्लान सक्सेस नहीं हुआ ।

वरूण उसके किरोडीमल आफिस के सामने SBI ATM में कैश भरने आये CMS कम्पनी के कैशवेन को देखकर अपने भाई के साथ जनवरी में ही प्लान बनाया था। जनवरी माह 2020 में सुधीर, वरूण खम्होरी गांव जाकर फिर संजय भारद्वाज और पिन्टू के साथ रायगढ़ एटीएम कैश वैन लूटने की बात बताये, लेकिन संजय भारद्वाज लूटा का आधा हिस्सा लेने पर अड़ गया तो उसे लूट की योजना से हटा दिया गया।

वारदात को अंजाम देने के लिए शूटर के रुप में रजनीश का इस्तेमाल करने के लिए उसे मार्च में रायगढ़ लाया। वरूण सिंह और रजनीश प्रेस मोटर सायकल में लगातार कैश वैन की रेकी कर रहे थे, प्लान के मुताबिक दिनांक 03.07.2020 को लगभग 01:35 बजे कैशवैन सीएमओ तिराहा से गुजरी तब तुरंत वरूण सिंह, पिन्टू के मोबाइल में C टाईप करके भेजा, उसके आधा घण्टे बाद वरूण और रजनीश एक्टीवा से आजाद चैक किरोडीमलनगर पहुंचे काफी भीड लगी थी तो समझ गये काम हो गया। उसके बाद वरूण डोंगाढकेल गांव सुधीर और पिन्टू के पास पहुंचा। वहां उनसे 25,000 रूपये और CMS कम्पनी का बैग फेंकने के लिए मांगा। 25 हजार से 5 हजार रूपये उसने रजनीश को दिये और एक कट्टा वरूण अपने पास रखा था।

आरोपियों का घटना के बाद ओडिसा के बरगढ़ जाने का प्लान था तथा घटना शांत होने पर वापस बिहार जाने की योजना थी लेकिन उससे पहले ही पुलिस ने 24 घंटे के भीतर घटना में शामिल अन्य आरोपियों को धर दबोचा था।