रायपुर। कांग्रेस ने पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के दावे पर करारा पलटवार किया है. अजीत जोगी ने कहा था कि बस्तर में उनका नाम चलता है. गांव-गांव के लोग उन्हें जानते हैं. कांग्रेस पभारी पीएल पुनिया अपने नाम पर एक वोट भी प्रभावित नहीं कर सकते. उनके इस बयान पर कांग्रेस प्रवक्ता आरपी सिंह ने कहा है कि 2003 से बस्तर में पार्टी की हार की एकमात्र वजह अजीत जोगी हैं.
उन्होंने कहा कि हाईपावर कमेटी के माध्यम से लोगों को आज पता चला है कि अजीत जोगी आदिवासी नहीं हैं जबकि बस्तर की जनता ने 2003 में जान लिया था कि अजीत जोगी फर्जी आदिवासी हैं
आरपी ने कहा कि जोगी के दावे की कलई बस्तर के चुनावी आंकड़े खोल रहे हैं. 2003 में जोगी मुख्यमंत्री थे. उनके नेतृत्व में पार्टी ने चुनाव लड़ा तो विधानसभा चुनाव में पार्टी 12 में से केवल तीन सीटें जीत पाई. 2008 के चुनाव में भी जोगी चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष थे. चुनाव अभियान समिति के नेतृत्व में चुनाव लड़ा जाता है. इसलिए पार्टी उस समय 12 में से 11 सीटें हार गईं.
आरपी सिंह का दावा है कि जोगी के प्रति बस्तर के लोगों की नाराज़गी को तात्कालीन सचिव भक्त चरणदास ने समय रहते भांप लिया. इसलिए उन्होंने अपने हाथ में कमान ले ली. उन्होंने चुनाव में सघन जनसंपर्क किया. सर्वे कराए और सही प्रत्याशियों को टिकट देकर प्रचार किया जिसका नतीजा हुआ कि पार्टी ने बस्तर में वापसी की और 12 में 8 सीटों पर कब्जा हुआ है.