जगदलपुर। कांग्रेस के वरिष्ठ आदिवासी नेता और कोंटा विधायक कवासी लखमा ने शिक्षा मंत्री केदार कश्यप पर पलटवार करते हुए कहा है कि बस्तर की जनता आदमखोर शेरों को पिंजरे में डालने के लिए तैयार है जिसकी बानगी बीजापुर दंतेवाड़ा चित्रकूट और फरसा गुडा में देखने को मिली ज्ञात हो कि केदार कश्यप ने भारतीय जनता पार्टी को बाघ तथा कांग्रेस पार्टी को सियार बताया था जिसके बाद से राजनीतिक आरोप प्रत्यारोप का दौर प्रारंभ हो गया है।
स्थानीय सर्किट हाउस में शनिवार को पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए बस्तर के ज्वलंत मुद्दों पोलावरम बांध निर्माण नगरनार संयंत्र विनिवेशीकरण बस्तर से लगातार हो रहे पलायन आदिवासियों को जबरन जेल में ठूंसे जाने जैसे मुद्दों पर बेबाकी से बात रखते हुए लखमा ने कहा है कि दिसंबर के अंतिम पखवाड़े में जनाक्रोश पदयात्रा बस्तर संभाग के विभिन्न क्षेत्रों से निकाली जाएगी जिसमें राष्ट्रीय स्तर के नेता के साथ साथ राहुल गांधी का भी बस्तर प्रवास होगा और बस्तर संभाग मुख्यालय में बड़ी सभा आयोजित की जाएगी जनाक्रोश पदयात्रा की तिथि अभी तय नहीं है किंतु प्रदेश प्रभारी पुनिया से इसकी हरी झंडी मिल गई है।

वहीं लखमा ने मुख्यमंत्री रमन सिंह के बोनस त्योहार को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि जब किसानों को बैंक में राशि मिल जाएगी तो इस प्रकार का ढ़कोसला किया जाना कहां तक सही है, वही उन्होंने तेंदूपत्ता बोनस के संबंध में भी आड़े हाथ लेते हुए कहा कि कांग्रेस के कार्यक्रम को अपना बताने के लिए वह श्रेय लेने के लिए उनके द्वारा बोनस त्यौहार मनाने का निर्णय लिया है जो कि ढकोसला से कम नहीं है!

आदिम जाति कल्याण विभाग मंत्री केदार कश्यप द्वारा जगदलपुर में आयोजित बोनस त्यौहार के दौरान कांग्रेस पार्टी पर कटाक्ष करते हुए उसे सियार कहा था भारतीय जनता पार्टी को बाघ बताया था इस संदर्भ में केदार कश्यप के बातों को समर्थन करते हुए कवासी लखमा ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी रूपी बाघ आदमखोर हो गई है जिसको देबडे( पिंजरा) में डालने का वक्त आ गया है और जनता इन को पिंजरे में डालने का मन बना चुकी है !केदार कश्यप के गृह क्षेत्र करंदोला की सभा में जिस प्रकार भीड़ उमड़ी इन भ्रष्टाचार रूपी आदमखोरों को पिंजरे में डालने के लिए लोग आतुर दिख रहे हैं ।