रायपुर.ईशा फाउंडेशन तमिलनाडु एक आध्यात्मिक संगठन है जिसे आध्यात्मिक गुरु सद्गुरु जग्गी वासुदेव ने १९९२ में नेतृत्व किया. यह संगठन के लाखों स्वयंसेवकों,  योग, पर्यावरण और सामाजिक कार्य के क्षेत्र में सक्रिय है.

 इन्के मुख्य स्थान कोयंबतूर के पास ईशा योग सेंटर में और संयुक्त राज्य अमेरिका के ईशा इंस्टिट्यूट ऑफ़ इन्नेर साइंसेस है. ईशा फाउंडेशन आर्थिक और संयुक्त राष्ट्र के सामाजिक परिषद (ECOSOC) में सलाहकार स्थिति पा चुकी है.

फाउंडेशन का दावा है कि उनके पूरे संसार में 300 केन्द्रों और 7 मिलियन स्वयंसेवकों के समर्थन के साथ, ईशा फाउंडेशन मानव खुशहाली के सभी आयामों को संबोधित करती है, अपने भीतरी रूपांतरण के शक्तिशाली योग कार्यक्रमों से लेकर समाज, पर्यावरण और शिक्षा के लिए अपनी प्रेरणादायक परियोजनाओं तक, ईशा की गतिविधियों को एक समावेशी संस्कृति बनाने के लिए डिज़ाइन किया गया है जो वैश्विक सद्भाव और प्रगति का आधार है.

ईशा फाउंडेशन की गतिविधियों ने हर तरह की आर्थिक, सांस्कृतिक या धार्मिक पृष्ठभूमि वाले दो सौ मिलियन से ज्यादा लोगों तक अपनी पहुँच बनाई है.  फाउंडेशन की सामाजिक परियोजनाएँ इस तरह तैयार की गई हैं कि वे आसानी से दोहराई जा सकें और बड़े पैमाने पर संचालित की जा सकें, और पूरे संसार में, मानव सशक्तिकरण और सामुदायिक कायाकल्प के आदर्श नमूने के रूप में सामने आएँ.