गाजियाबाद। आरुषि-हेमराज डबल मर्डर केस में डासना जेल में बंद आरुषि के माता-पिता आज रिहा होंगे. इलाहाबाद हाईकोर्ट ने उन्हें संदेह का लाभ देते हुए बरी करने का फैसला दिया था. पहले सीबीआई की विशेष अदालत ने डॉ राजेश तलवार और नूपुर तलवार को उम्रकैद की सजा सुनाई थी, जिसके बाद इस फैसले के खिलाफ तलवार दंपति ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में अर्जी लगाई थी. इलाहाबाद हाईकोर्ट ने दोनों को बरी करने का फैसला दिया.

डासना जेल में तलवार दंपति बंद हैं. डॉ राजेश तलवार यहां कैदी नंबर 9342 और नूपुर तलवार कैदी नंबर 9343 के नाम से जानी जाती थीं.

छोड़ दिया मेहनताना

जेल में तलवार दंपति ने डेंटल क्लीनिक का सेटअप तैयार करने में अहम योगदान दिया था. उन्होंने कई डेंटल उपकरण भी दिए थे. उन्हें जेल के कैदियों का इलाज करने के लिए हर दिन 40 रुपए मिलते थे. लेकिन दोनों ने फैसला किया है कि वे अपना मेहनताना नहीं लेंगे, ये मेहनताना करीब 99 हजार रुपए होता है. साथ ही उन्होंने अपना सामान भी गरीब कैदियों को देने का फैसला किया है.

पहले गुरुवार को होनी थी रिहाई

12 अक्टूबर को आए इलाहाबाद हाईकोर्ट के फैसले के बाद तलवार दंपति की रिहाई गुरुवार को ही होनी थी, लेकिन जेल प्रशासन को फैसले की कॉपी नहीं मिली थी. बाद में शनिवार और रविवार की छुट्टी के कारण उनकी रिहाई नहीं हो सकी.