रायपुर। अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए आज भूमिपूजन का कार्यक्रम विधि-विधान से संपन्न हो गया है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश भर से आए संतों की विशेष उपस्थिति में राम मंदिर की नींव रखी. इस दौरान यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, संघ प्रमुख मोहन भागवत, राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास महराज भी मौजूद रहें.
आइये आपको बताते हैं भूमिपूजन से जुड़ी 10 विशेष बातें
1. 1992 के बाद 5 अगस्त 2020 को अयोध्या पहुँचे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी. 92 में राम मंदिर आँदोलन के संचालक आडवानी के सारथी के रूप में आए थे, आज प्रधानमंत्री के रूप में भूमिपूजन करने पहुँचे.
2. प्रधानमंत्री नरेन्द्र आज पूरी तरह से पारंपरिक वेश-भूषा में दिखे. भगवा रंग के कुर्ते के साथ वे धोती पहने हुए थे.
3. प्रधानमंत्री ने रामलला को दंडवत प्रणाम कर आशीर्वाद तो लिया ही, मंच पर पहुँचे तो संतों और आमंत्रित अतिथियों को भी बैठकर प्रणाम करना नहीं भूले.
4. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी हनुमानगढ़ी से लेकर रामलला तक के दर्शन करने पहुँचे तो पंडितों को दक्षिणा देना नहीं भूले, भूमिपूजन के दौरान भी उन्होंने पंडितों को दक्षिणा दी.
5. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने चांदी के फावड़े और कन्नी से शिलान्यास के कार्यक्रम को पूरा किया. चाँदी की ईँट अधारशिला के रूप में रखी गईं.
6. राम मंदिर भूमिपूजन में राम के ननिहाल(छत्तीसगढ़) की माटी सहित देश भर के 2000 तीर्थस्थलों की मिट्टी और 100 से अधिक नदियों के पानी को रखा गया.
7. इस कार्यक्रम में संघ प्रमुख मोहन भागवत के साथ, बाबा रामदेव सहित 175 विशेष आमंत्रित अतिथियों को बुलाया गया था. छत्तीसगढ़ से भी एक मात्र शदाणी दरबार के संत युधिष्टर लाल आमंत्रित थे.
8. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने संबोधन में भारत के विभिन्न रामयणों के साथ-साथ दुनिया के कई देशों में प्रचलित रामयाण के नामों का उल्लेख किया.
9. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी समारोह को संबोधित करते हुए सबसे बड़ी बात कही. उन्होंने कहा- राम जन्मभूमि आज मुक्त हुई है और आज पूरा भारत राममय हो गया है.
10. “भय बिन होई न प्रीती” राम चरित मानस के दोहे से प्रधानमंत्री ने दुश्मन देशों को चेतावनी भी दी है.