रजनी ठाकुर, रायपुर। हम नक्सलवाद ख़त्म करने के अंतिम चरण में पहुँच चुके हैं और बहुत जल्द छत्तीसगढ़ को नक्सलवाद  से मुक्ति मिल जायेगी. ये बातें मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने पुलिस स्मृति परेड के दौरान कही.

मुख्यमंत्री शनिवार को माना में आयोजित हुए पुलिस स्मृति परेड में शामिल हुए, जहाँ उन्होंने शहीदों को श्रद्धांजलि दी और साथ ही पुलिस की तारीफ करते हुए कहा कि मनुष्य को सबसे ज्यादा प्रेम अपनी मातृभूमि से होता है.

यदि कोई कहता है कि उसे मौत से डर नहीं लगता तो या तो वो झूठ बोलता है या वो सेना का बहादुर जवान होता है. पुलिस की चुनौती कभी कम नहीं हुई. पुलिस सिर्फ नौकरी नहीं करती, कर्तव्य निभाती है. जवानों की शहादत खाली न जाये ये आम जनता की भी जिम्मेदारी है.

मुख्यमंत्री ने होमगार्ड के जवानों को सौगात देते हुए उनके वेतनमान में बढ़ोतरी की, होमगार्ड के जवानों का मानदेय 10 हजार प्रति महीने बढ़ाकर 13200 रुपये किया गया. साथ ही सहायक आरक्षकों को आरक्षक भर्ती में 15% आरक्षण का लाभ भी मिलेगा. वरिष्ठ सहायक आरक्षकों को 20% वरिष्ठ वेतनमान का मिलेगा लाभ. बस्तर में सहायक आरक्षकों को आरक्षक भर्ती में शारीरिक मापदंड और उम्र में भी अतिरिक्त छूट मिलेगी. 5800 जवानों की भर्ती अगले ढाई महीने में होगी. 1200 CAF जवानों की भर्ती होगी.

इस दौरान गृहमंत्री रामसेवक पैकरा भी मौजूद थे और बस्तर और राजनांदगांव जैसे इलाकों से भी नक्सलवाद खत्म करने की बात कही.