रायपुर। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल ने बयान जारी करके कहा है कि रमन सिंह नौकरशाही का राजनीतिक दुरुपयोग कर रहे हैं और वे अब वे पार्टी के कार्यकर्ताओं की बजाय नौकरशाही के जरिए चुनाव जीतने का मंसूबा बना रहे हैं. चुनाव को ध्यान में रखकर अगर कलेक्टरों को कामकाज सुधारने की नसीहत दी जा रही है तो यह रमन सिंह की हताशा भी दिखाती है। जब मुख्यमंत्री ने देख लिया कि उनके कहने से भाजपा के नेता, कार्यकर्ता और पदाधिकारी कमीशनखोरी बंद नहीं कर रहे हैं, जनता के बीच नहीं जा रहे हैं तो उन्होंने नौकरशाही पर नजर लगाई है.

भूपेश बघेल ने ऐसे नौकरशाहों को चेताया है जो सरकार के इशारे पर भाजपा के कार्यकर्ता की तरह काम कर रहे है. बघेल ने ऐसे नौकरशाहो का कच्चा चिट्ठा कांग्रेस के पास होने का दावा किया. उन्होंने कहा है कि लोकतंत्र में राजनीतिक दल सत्ता में आते जाते रहते हैं, भाजपा का सत्ता पर स्थाई कब्जा नहीं है. एक साल बाद जब कांग्रेस की सरकार आएगी तो भाजपा कार्यकर्ता की तरह काम करने वाले हर नौकरशाहो को अपने कामकाज का हिसाब देना पड़ेगा. यह बात बयान बघेल ने कलेक्टरों को प्रदर्शन सुधारने की मुख्यमंत्री की नसीहत दिये जाने के बाद जारी किया है.

 

बघेल ने सात जिलाधीशों को घर पर विशेष रूप से बुलाए जाने पर टिप्पणी की है. बघेल ने कहा है कि कांग्रेस की बस्तर में हाल ही में जो रैलियां हुईं हैं और वहां आदिवासियों का कांग्रेस को जिस तरह से समर्थन मिला है उससे मुख्यमंत्री घबराए हुए हैं और यही वजह है कि जिन सात कलेक्टरों को उन्होंने विशेष बातचीत के लिए बुलवाया. जिनमें से पांच बस्तर के हैं, शेष दो कलेक्टर भी आदिवासी इलाकों के हैं.