सुप्रिया पांडेय, रायपुर। कोरोना काल में फल व्यापारियों का दर्द उभरकर सामने आ रहा है. फल व्यापारियों का कहना है कि फल इन दिनों महंगे आ रहे हैं, ऊपर से उन्हें केवल 12 बजे तक ही दुकान खोलने की अनुमति दी जा रही है, जिससे उनकी बिक्री प्रभावित हो रही है. इसके अलावा बीते 3-4 दिनों से हो रही लगातार बारिश से भी उन्हें नुकसान उठाना पड़ रहा है.

फल मंडी अध्यक्ष सतीश चौधरी ने बताया कि बारिश की वजह से माल का आवक कम है. डीजल और पेट्रोल के दाम बढ़ने से भाड़ा में भी बढ़ोतरी हुई है. इस सबके ऊपर 12 बजे तक दुकान खोलने का जो समय दिया गया है, उसकी वजह से फल की बिक्री कम हो रही है, और फल रखे-रखे सड़ रहे हैं. इस टाइम में हर एक फल की डिमांड रहती थी, लेकिन कोरोना की वजह लोगों के पास पैसे भी ज्यादा नहीं है कि वह महंगे फलों को खरीद सके. उन्होंने बताया कि कोरोना काल में कीवी और संतरा की मांग बढ़ी है, विटामिन सी से भरपूर इन फलों की आवक न्यूजीलैंड और साउथ अफ्रीका से हो रही है. समय और परिस्थिति को देखते हुए इनकी डिमांड अभी ज्यादा है.

वहीं फल विक्रेता मोतीबाई ने बताया कि पहले के मुकाबले बहुत ही कम फलों की बिक्री हो रही है, इसके अलावा फल बहुत महंगे हैं, जिसकी वजह से कोई लेने नहीं आता. वहीं सिर्फ 12 बजे तक ही दुकान खोलने को कहा गया है, ऐसे में बिक्री ना के बराबर होती है. फल विक्रेता सरिता ने बताया कि अगर हमे 5 बजे तक दुकान खोलने का समय दिया जाता तो अच्छा होता. फल ख़राब हो रहे हैं ग्राहक दुकान में आते नहीं है, जिस वजह से काफी नुकसान झेलना पड़ता है. हमारे पास जीवन यापन का एकमात्र साधन यही है, और ऐसे में हमारा गुजारा कैसे होगा समझ नहीं आता.