गरियाबंद। देवभोग में किराना व्यापारी व मेडिकल संचालक कोरोना संक्रमित मिलने के बाद ग्रामीणों ने गांव में सात दिन के लिए लॉकडॉउन करवा दिया. इसके साथ ही सक्रमण का दायरा जानने के लिए हर घर के एक सदस्य का कोरोना टेस्ट अनिवार्य कराया गया. नगर के तीनों बैंक भी बन्द रखने का निर्णय लिया गया.

दरअसल, जिले में रोजाना 15 से 20 कोरोना मरीज निकल कर सामने आ रहे हैं. देवभोग में दो दिन पहले व्यवसायी व उनके परिवार के सभी 16 सदस्य कोरोना संक्रमित पाए गए. इसके बाद फिर एक किराना व्यापारी परिवार समेत कोरोना पॉजिटिव पाए गए. यहां तक मेडिकल संचालक व वहां काम करने वाले भी कोरोना के जद में आ गए. इस बात को लेकर गांव में दहशत का माहौल निर्मित हो गया.

सरपंच रेवती प्रधान ने कहा कि ग्रामीणों की आम सहमति के बाद एसडीएम से देवभोग को 16 से 22 सितम्बर के लिए कम्प्लीट लॉकडाउन करने की मांग की गई. वहीं ग्रामीणों की मांग पर एसडीएम आशीष टोप्पो ने कहा कि सप्ताह भर के लिए कम्प्लीट लॉकडाउन लागू किया दिया. जांच कार्य मे तेजी लाई गई है. हालात को ध्यान में रखते हुए जरूरत के मुताबिक लॉकडाउन आगे बढ़ाया जा सकेगा. बन्द के दायरे में सभी बैंकों को भी रखा गया है. आज नगर में बन्द का असर देखने को मिला.

मैनपुर में भी लॉकडाउन

सोमवार से मैनपुर में भी कम्प्लीट लॉकडाउन का पालन किया जा रहा है. सरपंच बलदेव सिंह ने बताया कि पंचायत सभा का आयोजन कर कम्प्लीट लॉकडाउन का निर्णय लिया गया था. सोमवार से लॉकडाउन है. इस पंचायत ने लॉकडाउन तोड़ने पर 5100 रूपये अर्थ दण्ड का भी प्रावधान रखा है. उल्लंघन करने वालो की सूचना देने वालों को 1100  रुपए से पुरस्कृत करने का भी निर्णय पंचायत ने लिया है.